शहीदी दिवस पर आयुष विभाग ने लगाया निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

यमुनानगर। शहीदी दिवस के उपलक्ष में कांसापुर रोड पर स्थित एक निजी पैलेस एक निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। शिविर की अध्यक्षता आयुष विभाग के डा. सतपाल सिंह ने की तथा संचलन डा. पवन ने किया। मुख्‍ य अतिथि के रूप में उपस्थित विभाग के निर्देशक सतपाल बहमनी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्‍य अतिथि ने बताया कि आज चिकित्सा पद्धीतियों के द्वारा सभी बीमारियों का ईलाज सफलता पूर्वक किया जा रहा है, और इसका लाभ जन-जन तक पहुँचाने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना, रोगी को रोग से निज़ाद दिलाना ही हमारा मुख्‍य उद्देश्य है। शहीदी दिवस पर शहीदों को नमन करते हुये उन्होंने दो मिनट का मौन रख शहीदों को श्रद्धांजलि दी। डा. पवन ने अनीमिया होने के कारण, उनसे बचाव उनके उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनीमिया का अर्थ है, शरीर में खून की कमी। हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन एक ऐसा तत्व है जो शरीर में खून की मात्रा बताता है। पुरुषों में इसकी मात्रा 12 से 16 प्रतिशत तथा महिलाओं में 11 से 14 के बीच होना चाहिए। उन्होंने बताया कि यह रोग शरीर के रक्त में लाल कणों या कोशिकाओं के नष्ट होने की दर, उनके निर्माण की दर से अधिक होती है, किशोरावस्था और रजोनिवृत्ति के बीच की आयु में एनीमिया सबसे अधिक होता है, भारत में 80 प्रतिशत से अधिक गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़त हैं, गर्भवती महिलाओं को बढ़ते शिशु के लिए भी रक्त निर्माण करना पड़ता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने की संभावना होती है, एनीमिया एक गंभीर बीमारी है। इसके कारण महिलाओं को अन्य बीमारियां होने की संभावना और बढ़ जाती है, एनीमिया से पीड़ित महिलाओं की प्रसव के दौरान मरने की संभावना सबसे अधिक होती है। उन्होंने इसके लक्ष्ण बताते हुये कहा कि इस रोग में त्वचा का सफेद दिखना, जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी, कमजोरी एवं बहुत अधिक थकावट होती है। शिविर में डा. सुरेन्द्र पाल संधु, डा. रजनीश, डा. जसिविन्द्र, डा. संगीता, डा. मीनू, डा. दीपक, डा. नीति, डा. शिखा बंसल, डा. वंदना तथा डा. शिव कुमार सैनी आदि ने रोगियों की जांच की।

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