यमुनानगर। उपायुक्त आमना तस्नीम ने जिला सचिवालय के प्रांगण में विश्व जल दिवस के अवसर पर जल बचाने को लेकर रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित सभी को जल बचाने के शपथ भी दिलवाई। उन्होंने बताया कि जल के बिना अधूरी है जीवन की कल्पना इस लिए वल्र्ड वाटर डे पर आप भी लें पानी बचाने का संकल्प आपने यह तो सुना ही होगा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है या बिन पानी सब सूना है। पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आपको जानकर हैरानी होगी कि पृथ्वी का एक तिहाई हिस्सा जल से घिरा हुआ है, बावजूद इसके दुनिया के कोने-कोने में पानी का संकट बरकरार है। उन्होंने कहा कि दुनिया भले ही आधुनिकीकरण और औद्योगिकरण की राह पर आगे बढ़ रही है, लेकिन साफ और पीने लायक जल हर किसी तक पहुंच पाना आज भी संभव नहीं हो सका है। पानी की एक-एक बूंद कीमती है फिर भी बेहिसाब तरीके से इसकी बर्बादी की जाती रही है, जिसका नतीजा यह है कि आज दुनिया के अधिकांश देशों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया भर के लोग पानी की अहमियत को समझ सकें और इसे बचाने का संकल्प लें, इसके लिए हर साल 22 मार्च को वल्र्ड वाटर डे यानी विश्व जल दिवस मनाया जाता है। विश्व के हर नागरिक को इसके महत्व से अवगत कराने के लिए ही संयुक्त राष्ट्र ने विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत की थी। उपायुक्त ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी विश्व जल दिवस को एक खास थीम के साथ सेलिब्रेट किया जा रहा है। साल 2019 का थीम है कि किसी को पीछे नहीं छोडऩा इस थीम के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि साफ और स्वच्छ जल सभी का अधिकार है, इससे कोई भी वंचित नहीं रहना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र ने साल 1992 में अपने अधिवेशन में 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत की थी, इसके बाद साल 1993 में पहली बार 22 मार्च के दिन पूरे विश्व में जल दिवस के मौके पर जल संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाने का काम किया गया था। उन्होंने कहा कि जल ही जीवन है, इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकता है। जल इंसान के जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इस बात को जानते हुए भी लोग पानी को बर्बाद करने से बाज नहीं आते हैं। अगर इसी तरह से पानी की बर्बादी होती रही तो वो दिन दूर नहीं जब पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च यानी विश्व जल दिवस पानी के संरक्षण के प्रति जागरूक होने का दिन ही नहीं है, बल्कि यह पानी बचाने के संकल्प का दिन भी है। आंकड़ों पर गौर करें तो दुनिया के करीब 1.5 अरब लोग पीने के शुद्ध पानी से महरूम है। इसलिए पानी को बर्बाद होने से बचाना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी मिल सके। इस दिन हर व्यक्ति को प्रण लेना चाहिए कि वो पानी को व्यर्थ में बर्बाद नहीं करेगा और जल संरक्षण में अपना योगदान देगा।
उपायुक्त ने कहा कि भारत में दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में भले ही पानी की किल्लत विकराल रुप में नहीं है, लेकिन देश के कई ऐसे राज्य हैं जहां लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी नहीं मिलता है। साफ पानी के अभाव में लोग गंदा और दूषित पानी पीकर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। कई प्रदेशों में महिलाएं कई किलोमीटर तक पैदल चलकर पीने के लिए पानी लाने को मजबूर हैं। ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन के कारण कम बारिश, बाढ़ और अकाल जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में पानी बचाने के लिए हर व्यक्ति को पहल करनी चाहिए। बारिश होती है तो हमें पीने के लिए पानी मिलता है, इसलिए बारिश के पानी को अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करनी चाहिए। नल में आने वाले पानी को यूं ही बर्बाद नहीं होने देना चाहिए, क्योंकि आज अगर हम जल बचाएंगे तो ही हमारा आने वाला कल सुरक्षित रह पाएगा, ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी को जागरूर होना होगा और पानी के मोल को समझते हुए पानी को बचाना होगा। पृथ्वी का करीब 71 फीसदी भाग जल से घिरा हुआ है, जबकि 29 फीसदी भाग पर स्थल है जहां इंसान और दूसरे प्राणी रहते हैं। पृथ्वी की सतह में सबसे ज्यादा पानी समुद्र में फैला हुआ है। कुल पानी का लगभग 97 फीसदी पानी समुद्र में पाया जाता है, लेकिन खारा होने के कारण इस पानी को पीने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। पृथ्वी पर 3 फीसदी हिस्से में मौजूद पानी पीने के लायक है जो ग्लेशियर, नदी, तालाबों में पाया जाता है। इस तीन फीसदी पानी में भी 2.4 फीसदी हिस्सा ग्लेशियरों, दक्षिणी ध्रुवों पर जमा है, जबकि बचा हुआ 0.6 फीसदी पानी नदी, तालाबों, झीलों और कुओं में मौजूद है। उन्होंने बताया कि विश्व जल दिवस के अवसर पर निकाली गई रैली हुड्डïा सैक्टर-17, छोटी लाईन होते हुए नेहरू पार्क, माडल टाऊन, दशहरा ग्राऊंड, पब्लिक हैल्थ कार्यालय पहुंची। इस रैली में सैकड़ों अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर जिला सलाहकार रजनी गोयल, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता गौतम कुमार, एसडीओ अर्पित धीमान, श्याम लाल, विनोद कुमार, जेई महाबीर, दीपक कुमार, ईश्वर चंद सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।