यमुनानगर। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायलय के न्यायधीश न्यायमूर्ति महेश ग्रोवर ने बिलासपुर में लगभग 6 एकड़ भूमि पर 1353.35 लाख रूपये की लागत से अगले डेढ वर्ष में बनकर तैयार होने वालेे उप मण्डल न्यायिक परिसर बिलासपुर की आधारशिला रखी व ईमारत की ले-आऊट प्लान का अवलोकन किया। मंत्रोउच्चारण के उपरांत उन्होंने इस न्यायिक परिसर की आधारशिला नारियल फोड़कर व अपने कर कमलों से ईंट रख कर की। कार्यक्रम की अध्यक्षता यमुनानगर सैशन डिविजन के प्रशासनिक जज व पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायलय के न्यायधीश न्यायमूर्ति जसवंत सिंह ने की। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के दोनो न्यायधीशों ने इस अवसर पर अपने कर कमलों से पौधा रोपण भी किया। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायधीश मैडम बिमलेश तंवर, उपायुक्त गिरीश अरोड़ा, बिलासपुर व जगाधरी बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व अधिवक्ता सदस्यगण, बिलासपुर के उपमण्डलाधीश नवीन आहूजा सहित अन्य विभागों के अधिकारी व क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपमण्डल न्यायिक परिसर बिलासपुर की आधारशिला रखने के उपरांत समारोह में बोलते हुए बिल्डिंग कमेटी के चैयरमैन व पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायलय के न्यायधीश न्यायमूर्ति महेश ग्रोवर ने कहा कि उपमण्डल न्यायिक परिसर बिलासपुर की एक सुंदर ईमारत बनेगी जिसमें सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाए मुकदमें के पक्षकारों, वकीलों, न्यायिक अधिकारियों व क्षेत्र की जनता को मिलेंगी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र के लिए यह ईमारत इस क्षेत्र के भविष्य की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि हमें यह नही भूलना चाहिए कि यह एक सुदंर ईमारत होगी बल्कि इस ईमारत से क्षेत्र के लोगों को न्यायिक फैसलों के तौर पर सुंदर विचार मिले। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस ईमारत का सही ढंग से सदुपयोग होगा और यह सुंदर कार्य करने का स्थान होगा।
बिलासपुर के उपमण्डल न्यायिक परिसर की आधारशिला कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यमुनानगर सैशन डिविजन के प्रशासनिक जज व पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायलय के न्यायधीश न्यायमूर्ति जसवंत सिंह ने कहा कि वर्ष 2012 में बिलासपुर में न्यायिक न्यायालयों की स्थापना हुई थी। उस समय यहां एक न्यायलय बनाया गया था तथा वर्ष 2013 में यहां दो अतिरिक्त न्यायलय बनाए गए। उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली है कि पिछलें चार-पांच सालों में यहां नई शुरूआत हुई है और आज यहां उपमण्डल न्यायिक परिसर बनने का कार्य भी शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि यह न्यायिक परिसर दिसम्बर 2019 में बनकर तैयार हो जाएगा और इस न्यायिक परिसर के ग्राऊंड फ्लौर पर तीन कोर्टे, न्यायिक अधिकारियों के लिए तीन रिटायरिंग रूम, कार्यालय, दो स्टेनो रूम, तीन पेशी रूम, मालखाना, तीन स्ट्रॉग रूम, एक लाईटिंग हाल, स्टेम्प वैण्डर, महिला व पुरूष हवालातियों के लिए अलग-अलग लॉकअप, पुरूष व महिला स्टाफ के लिए शौचालय तथा अन्य पुरूषों व महिलाओं के लिए भी अलग-अलग शौचालय बनाए जाएगे।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार उपमण्डल नयायिक परिसर बिलासपुर में प्रथम मंजिल पर तीन कोर्टे व तीन रिटायरिंग
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार उपमण्डल नयायिक परिसर बिलासपुर में प्रथम मंजिल पर तीन कोर्टे व तीन रिटायरिंग
रूम, कार्यालय, दो स्टैनो रूम, दो पेशी रूम, रिकार्ड रूम, बार कंटीन, पब्लिक कंटीन, किचन, पैंटरी, बार लाईब्रेरी, बार रूम, महिला व पुरूष हवालातियों के लिए अलग-अलग लॉकअप, पुरूष व महिला स्टाफ के लिए शौचालय तथा अन्य पुरूषों व महिलाओं के लिए भी अलग-अलग शौचालय बनाए जाएगे। दूसरी मंजिल पर कम्पयूटर रूम, दो कार्यालय रूम, पुरूष व महिला स्टाफ के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए जाएगें। इसके साथ ही इस उपमण्डल परिसर में न्यायिक अधिकारियों यानि जजों के लिए रहने के घर भी बनाए जाएगें।
यमुनानगर की जिला एवं सत्र न्यायधीश मैडम बिमलेश तंवर ने कार्यक्रम में पहुंचे न्यायधीशों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया। उन्होंने व उपायुक्त गिरीश अरोड़ा ने अपने कर कमलों से दोनो न्यायधीशों को स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया। उपमण्डल बिलासपुर बार ऐसोसिएशन के प्रधान राम करण ने उपमण्डल बिलासपुर के न्यायिक परिसर की आधारशिला कार्यक्रम में पंहुचे सभी न्यायधीशों व महानुभावों का स्वागत किया।