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क्षय रोग से ग्रस्त व्यक्ति का कम से कम 6 महीने तक टी.बी. का किया जाता है ईलाज
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उपचार के दौरान मरीजों को 500 रूपए प्रतिमाह पोषण के लिए देती है सरकार
Yamunanagar Hulchul : जिला टी.बी. फोरम की बैठक का आयोजन शुक्रवार को जिमखाना कल्ब जगाधरी में किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जिला उपायुक्त गिरिश अरोडा द्वारा की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ विजय दहिया, डॉ अनुज जांगडा कन्सलटेन्ट (विश्व स्वास्थ्य संगठन, पंचकुला) व डॉ चारू कालडा जिला टी.बी. अधिकारी, डॉ सुनीला सोनी आई.एम.ए. अध्यक्ष के साथ-साथ अन्य विभागों के भी अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिला यमुनानगर से सभी सरकारी संस्थानों से आए अधिकारियों को टी.बी. और पी.एल.एच.आई.वी. के बारे जानकारी प्रदान कर उन्हें जागरूक किया गया। जिससे की वे अपने विभाग में अन्य सभी अधिकारियों व कर्मचारियों तथा आमजन को भी टी.बी. और पी.एल.एच.आई.वी. के बारे में जागरूक कर टी.बी. को समाप्त करने की सरकार की मुहिम में बढ-चढ कर योगदान दे सकें।
डी.सी. ने दिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार का लक्ष्य है कि भारत से टी.बी. को 2025 तक व हरियाणा से टी.बी. को 2023 तक पूर्णत: समाप्त किया जाना है। अत: सरकार का नारा है कि यदि गांव मुक्त होगा तो शहर मुक्त होगा, शहर मुक्त होगा तो जिला मुक्त होगा और यदि जिला मुक्त होगा तो राज्य मुक्त होगा। इसके चलते सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाये कि यदि कोई टी.बी. का मरीज किसी केमिस्ट से टी.बी. की दवाई लेने आता है तो वह मरीज के संदर्भ में जिला टी.बी. कार्यालय में सूचित करें।
कम से कम 6 महीने तक होता है टी.बी. का ईलाज : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ विजय दहिया ने बताया कि जिला यमुनानगर में वर्ष 2021 में अब तक जांच उपरान्त 1767 मरीजों को क्षय रोग से ग्रस्त पाया गया तथा स्वास्थ्य विभाग यमुनानगर द्वारा इन मरीजों का निशुल्क उपचार किया गया। जिनमें से बहुत से मरीज इस रोग से मुक्त हो गये हैं तथा अन्य सभी का उपचार अभी चल रहा है। उन्होंने बताया कि क्षय रोग से ग्रस्त व्यक्ति का कम से कम 6 महीने तक टी.बी. का ईलाज किया जाता है, उसे प्रतिदिन टी.बी. की दवाई खानी होती है तथा उपचार के दौरान मरीजों को 500 रूपए प्रतिमाह पोषण के लिए सरकार द्वारा दिये जाते है। सिविल सर्जन डॉ. दहिया ने बताया कि सभी विभागों को साथ मिलकर काम करना है जब तक सभी विभाग साथ मिलकर काम नही करेंगे इस बीमारी से निजात नही पा सकते। उन्होने बताया कि टी.बी. और पी.एल.एच.आई.वी. इम्युनिटी को कम करती है इससे दूसरी बीमारी होने का खतरा रहता है।
टी.बी. ग्रस्त व्यक्ति ईलाज के बिना दूसरों को भी कर सकता है संक्रमित : डॉ. चारु
जिला टी.बी. अधिकारी डॉ. चारु कालरा ने टी.बी. कार्यक्रम के बारे में सभी को पावर प्वाईंट प्रेजटेंशन के माध्यम से जानकारी दी कि टी.बी. कैसे फैलती है, फिर यह बताया कि बीमारी के बढऩे का क्या कारण है तथा इसके साथ यह बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत विश्व मे अधिकतम टी.बी. से ग्रस्त मरीजों का देश है। उन्होने बताया कि क्षय रोग टी.बी. में मरीज को निरन्तर दवाई का सेवन करना अनिवार्य है, यदि कोई मरीज दवाई का सेवन बीच में छोडता है तो उसके मल्टीड्रग रजिस्टेन्स टी.बी. होने की सम्भावना बढ जाती है। एक टी.बी. से ग्रस्त व्यक्ति ईलाज के बिना प्रतिवर्ष 10 से 15 अन्य व्यक्तियों को टी.बी. से संक्रमित कर सकता है। इसी कारणवश आमजन में टी.बी. के प्रति जागरूकता लाना अति आवश्यक है। इस मिटिंग मे टी.बी. चैंपियन अतरसिेह, प्रदीप, ज्योति, सुमन ने अपना अनुभव सांझा किया और सुझाव भी दिए। जिला उपायुक्त गिरिश अरोरा ने बताया कि नेहरू युथ कल्ब के सदस्यों को भविष्य मे इस तरह की मिटिंग में बुलाना है। अंत में जिला टी.बी. अधिकारी डॉ. चारु कालरा ने सभी का धन्यवाद किया और मिटिंग का समापन किया। .
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