यमुनानगर। कुरूक्षेत्रा विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्रा के युवा कल्याण व सांस्कृतिक विभाग द्वारा
प्रायोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन प्रतिवर्ष महाविद्यालयों में होता है। विद्यार्थी इस आयोजन में बड़े उत्साह के साथ भाग लेते है। इसी परम्परा को कायम रखते हुए हिन्दू गर्ल्ज़ कॉलेज, जगाधरी में प्रतिभा चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
श्रीमती यायिा गौड, पूर्व सहप्राध्यापिका, संगीत विभाग ने मुख्य अतिथि के रूप में िशरकत की। प्रतियोगिता में लगभग 160 छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कॉलेज प्राचार्या डॉ॰ उज्ज्वल शर्मा द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप-ंप्रज्ज्वलित कर किया गया। अपने अध्यक्षीय भाषण में कॉलेज प्राचार्या ने छात्राओं को सम्बाोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय का मंच ही ऐसा मंच है, जो शिक्षा के साथ-ंसाथ व्यक्तित्व विकास एवं निखार का अवसर भी देता है। विभिन्न प्रतिभाओं के चयन के पश्चात अध्यापक वर्ग उन्हें गढकर व तराश कर अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करता है। यह मंच ही ऐसा मंच है जो युवाओं को सही दृ-ुनवजयट व विचार देकर उसे समाज के कल्याण व विकास के लिए मार्ग प्रश्स्त करता है। छात्राओं को इस अवसर का पूरा-ं पूरा लाभ उठाना चाहिए। जिससे वो अपनी छिपी हुई प्रतिभा को विभिन्न गतिविधियों के द्वारा अभिव्यक्त कर सकें।
महान कार्य यदि हम नही भी कर सकते तो भी छोटे कार्यों को महान तरीके से कर हम जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते है। जीत की प्रसन्ता से अध्कि महत्वपूर्ण है हार को स्वीकारना । हार की स्थिति में निराश नही होना चाहिए अपितु हार को स्वीकारते हुए कर्म करना ही जीवन की सफलता है। इस कार्यक्रम की सर्वप्रथम प्रस्तुति संगीत विभाग की ओर से श्रोताओं के मन को मोह लेने वाले भारतीय सितार वादन की -झनकार से हुई। तदुपरान्त प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई गई। प्रतियोगिता में पांच टीमों ने भाग लिया। इस प्रस्तुति में प्रतिभागियों सहित अन्य छात्राओं ने भी भाग लिया।
भाषण प्रतियोगिता एवं काव्य पाठ प्रतियोगिता में छात्राओं ने समाज की अलग-ंअलग समस्याओं जैसे कन्या भ्रूण हत्या, बाल मजदूरी, भ्रष्टाचार, घरेलू हिंसा, युवा पीढी भूलते संस्कार आदि को उजागर किया। गायन प्रतियोगिता में लोक गीत,फिल्मी गीत, गजल आदि सभी प्रकार केगीतों से छात्राओं ने समां बांध। इन प्रतियोगिताओं के अलावा नृत्य आदि प्रतियोगिताएँ भी सपफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। भारतीय संस्कृति की झलक मेहंदी एव चित्राकला प्रतियोगिताओं में दिखाई दी। निर्णायक मंडल में डॉ॰ श्रीमती अनुपमा, श्रीमती गीता शर्मा, श्रीमती रिम्पी डॉ॰ सुरूचि कालड़ा, श्रीमती सीमा गुप्ता, श्रीमती सोनिया शर्मा, श्रीमती निधि् सैनी, डॉ॰ सारिका, डॉ॰ अंकिता शामिल रहे। प्राचार्या ने इस आयोजन के सपफल संचालन के लिए विज्ञान विभाग की प्राध्यापिका डॉ॰ रजनी कपूर, श्रीमती मोनिका खुराना, श्रीमती प्रिया एवं सुश्री रेनू को बधाई दी।