- मोबाइल नंबर 11 अंकों का होगा, तो 9 से शुरू होने वाले कुल 10 अरब नंबर बनाए जा सकेंगे
- ट्राई ने डोंगल के मोबाइल नंबर को भी 10 की जगह 13 अंकों का किए जाने की सलाह दी
नई दिल्ली. देश के दूरसंचार विनियामक टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने शुक्रवार को सलाह दी कि मोबाइल नंबर को 10 की जगह 11 अंकों का कर दिया जाए। ट्र्राई ने यह सलाह फिक्स्ड और मोबाइल सेवाओं के लिए समुचित नंबरिंग संसाधन सुनिश्चित करने पर जारी की गई अपनी सिफारिश में दी है। ट्राई ने डोंगल के लिए उपयोग किए जाने वाले मोबाइल नंबर को भी 10 की जगह 13 अंकों का किए जाने की सलाह दी है।
11 अंकों के 10 अरब मोबाइल नंबर बनाए जा सकेंगे
ट्राई के मुताबिक, यदि मोबाइल नंबर को 10 की जगह 11 अंकों का कर दिया जाए, तो देश में मोबाइल नंबरों की उपलब्धता बढ़ जाएगी। नियामक ने कहा कि यदि मोबाइल नंबर 11 अंकों का कर दिया जाए और पहला नंबर 9 रखा जाए, तो देश में कुल 10 अरब मोबाइल नंबर बनाए जा सकेंगे।
लैंड लाइन से मोबाइल पर कॉल करने के लिए पहले शून्य लगाना जरूरी करने की सलाह
नियामक ने यह भी सुझाव दिया कि लैंड लाइन से मोबाइल पर कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर के पहले शून्य लगाना जरूरी किया जाना चाहिए। अभी फिक्स्ड लाइन से बिना शून्य लगाए भी मोबाइल पर कॉल किया जा सकता है।
ट्राई के मुताबिक इससे यह परेशानी पैदा होती है कि जिस भी अंक का उपयोग फिक्स्ड नेटवर्क के (लोकल कॉल के लिए) पहले अंक के तौर पर होगा, उसका उपयोग मोबाइल नंबर में नहीं किया जा सकेगा। यदि किसी सर्विस एरिया में फिक्स्ड नंबर से मोबाइल पर कॉल करने के लिए पहले शून्य लगाना अनिवार्य कर दिया जाए, तो लेवल ‘2’, ‘3’, ‘4’ और ‘6’ में सभी फ्री सब-लेवल्स का भी उपयोग मोबाइल नंबर के लिए किया जा सकेगा।
नया नेशनल नंबरिंग प्लान जारी किए जाने की सलाह
ट्र्राई ने यह भी सलाह दी है कि जल्द से जल्द एक नया नेशनल नंबरिंग प्लान (एनएनपी) जारी किया जाए। साथ ही जल्द से जल्द शॉर्ट कोड्स की कंसॉलिडेटेड लिस्ट भी जारी करने की सलाह दी गई। ट्र्राई ने कहा कि शॉर्ट कोड्स की कंसॉलिडेटेड लिस्ट को हर साल अपडेट किया जाए और उसमें सभी विदड्र्रॉवल्स और नए अलोकेशन को शामिल किया जाए।
Courtesy : मनी भास्कर bhaskar.com