यमुनानगर (रादौर)। छत्रपति शिवाजी के हिन्दू साम्राज्य दिवस के उपलक्ष्य में गऊ संवर्धन न्यास के सहयोग से सोमवार को एक भव्य जागृति यात्रा निकाली गई। जागृति यात्रा शहीद उधम सिंह कांबोज धर्मशाला से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुए वापिस धर्मशाला में पहुुंची। भव्य जागृति यात्रा में 150 से अधिक बाईक सवारों ने भाग लिया। जागृति यात्रा को गऊ संवर्धन न्यास के अध्यक्ष रोहित चौधरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागृति यात्रा के बाद शहीद उधम सिंह धर्मशाला मं एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत स्वामी परमहंस दास ने की। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता उदयवीर शास्त्री सहजिला मंत्री विश्व हिन्दू परिषद ने शिवाजी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मावले युवको को संगठित कर छत्रपति शिवाजी ने स्वयं की एक सेना बनाई और मुगलो के आधीन भारत को मुक्त कर स्वतंत्र राज्य स्थापित करने का स्वपन देखने लगे। शिवाजी अपने चरित्र बल, दृढ इच्छा शक्ति एवं प्रखर राष्ट्रभक्ति के कारण ही महानता के चरम उत्कर्ष पर पहुंचे। अपने व्यक्तिगत जीवन में नैतिकता को उन्होंने सर्वाधिक महत्व दिया। छत्रपति शिवाजी गौभक्त भी थे व गौरक्षक भी। आज उनके रास्ते पर चलकर ही गौवंश की रक्षा की जा सकती है। जो सभी भक्तो के लिए प्रेरणा है। आज देश के युवाओं को छत्रपति शिवाजी के पदचिन्हो पर चलने की जरूरत है ताकि देश संस्कृति विरोधी गतिविधियों को खत्म किया जा सके। इस अवसर पर रोहित चौधरी, कुलदीप पंडित, पंकज फतेहगढ, शुभम फतेहगढ, प्रदीप यादव, हिमांशू, उमेश, दारा, ललित राणा, सन्नी, नंदू पंडित, रणजीत, सचिन, संजय, हेमंत, कुलदीप दुग्गल, प्रदीप, संजय, विजय भी उपस्थित थे।