Yamunanagar Hulchul : समस्त काम्बोज समाज द्वारा शहीद उधम सिंह जयंती के उपलक्ष में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन पंचायत भवन गोविंदपुरा में आयोजित किया गया जिसमें हरियाणा के शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल ने मुख्यातिथि के रुप में तथा पूर्व मंत्री एवं ओ.बी.सी. मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कर्ण देव काम्बोज, यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन राम निवास गर्ग, नगर निगम के मेयर मदन चौहान, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डा. बी.आर. काम्बोज ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की तथा पंचायत भवन गोविंदपुरा के सामने शहीद ऊधम सिंह काम्बोज स्मारक स्थल पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया।
शहीद उधम सिंह के जन्म दिवस समारोह में बोलते हुए हरियाणा के शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि वीर उधम सिंह ने 21 वर्ष बाद जलियांवाला बाग के नरसंहार का बदला लंदन में जाकर लिया। उन्होंने कहा कि यदि सभी महापुरुषों और वीरों को याद करेंगे तो उनके जीवन से हमें प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि वीर शिवाजी, श्री गुरू गोबिन्द सिंह, महाराणा प्रताप के साथ-साथ असंख्य वीरों ने देश को गुलामी की जंजीरों से आजाद करवाने के लिए लड़ाईयां लड़ी और अपने प्राण न्योछावर किए।उन्होंने कहा कि वीर सावरकर भी ऐसे ही क्रांतिकारी थे और क्रांतिकारियों के जीवन आदर्शों और उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों से भी हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इतिहास कुछ और था और लिखा कुछ और गया है तथा अब नया इतिहास सामने आ रहा है, जिससे बच्चों को प्रेरणा लेनी चाहिए ताकि सभी का आत्मविश्वास बढ़े। उन्होंने कहा कि आज भी अन्य देशों जैसे फ्रांस, जर्मन, रूस आदि में लोग अपनी भाषा में ही बात करना पसंद करते हैं।
उसी प्रकार भारत के प्रधानमंत्री भी हिंदी में ही बात करते हैं। उन्होंने गुरू गोबिंद सिंह के पुत्रों के बलिदान को भी याद किया और कहा कि सभी वीरों के जीवन से हम सभी को शिक्षा व प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने काम्बोज सभा यमुनानगर को 11 लाख रूपये तथा कुरुक्षेत्र काम्बोज सभा को 5 लाख रूपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने यमुनानगर-जगाधरी की प्लाईवुड इंडस्ट्रीज की टेलीफोन डायरेक्टरी का विमोचन भी किया।
यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने समारोह में शहीद उधम सिंह को नमन करते हुए कहा कि अनेकों शहीदों ने देश की आजादी, एकता व अखण्डता के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद, गोपाल कृष्ण गोखले, बाल गंगाधर तिलक के साथ-साथ अनेकों क्रांतिकारी वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।
उन्होंने कहा कि ऐसे वीरों के बलिदान सभी के जीवन पर प्रभाव डालते हैं अत: भावी पीढ़ी को शहीदों के संस्कारों से प्रेरणा लेनी चाहिए और देश के लिए कुछ अच्छा करने का प्रयास करना चाहिए।
शहीद उधम सिंह जयंती में पूर्व मंत्री एवं ओ.बी.सी. मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कर्ण देव काम्बोज ने सभी का स्वागत किया और कहा आज शहीद उधम सिंह के जन्म दिन के साथ-साथ गुरू गोबिंद सिंह के बच्चों का शहादत दिवस भी है।
उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल 1919 को रोल्ट एक्ट के विरोध में 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में आयोजित शांति सभा में निहत्थे भारतीयों पर जरनल डायर के आदेश पर गोलियां चलाई गई थी, जिनका बदला शहीद उधम सिंह ने लंदन में जाकर जरनल डायर को 3 गोलियां मार कर लिया। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह के बचपन का नाम शेर सिंह था और उनके भाई और माता-पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था और उन्हें अनाथालय में रहना पड़ा।
जलियांवाला बाग की घटना के वे स्वयं गवाह थे और उनके सीने में भारतीयों की हत्या का बदला लेने की चिंगारी जल रही थी। उन्होंने कहा कि ऐसे वीर शहीदों के जीवन से सभी को शिक्षा लेनी चाहिए और युवा समाज के गौरव को बढ़ाने का कार्य करें।
नगरनिगम के मेयर मदन चौहान ने शहीद उधम सिंह को याद करते हुए कहा कि शहीद उधम सिंह जैसे वीरों के जीवन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डा. बी.आर. काम्बोज ने शहीद उधम सिंह जयंती में अपने विचार रखते हुए कहा कि शहीदों के आदर्शों व जीवन मार्ग से हट कर कभी भी युवा वर्ग दूर न जाए।
उन्होंने कहा कि भारतवर्ष विश्व गुरू रहा है। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह के जीवन आदर्शों पर चलने की यही सच्ची शिक्षा होगी कि युवा वर्ग नशे से दूर रहे, एकता से रहें और शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा आगे बढ़े व देश और प्रदेश को आगे लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह के जीवनदर्शन को पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश को शिक्षा, कृषि व अन्य क्षेत्र में युवा ही महापुरुषों व शहीदों के जीवन से शिक्षा लेकर आगे ले जा सकते हैं।
कार्यक्रम में शहीद उधम सिंह युवा मोर्चा के संजीव काम्बोज भी अपने विचार रखे और कहा कि 1974 में शहीद उधम सिंह की अस्थियां भारत लाई गई और सम्मान सहित सभी धर्मों के लोगों ने उनकी अस्थियों का विसर्जन किया। कार्यक्रम में सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग की करनाल कार्यालय की ड्रामा पार्टी के कलाकारों स्टेज मास्टर हिसम सिंह सैनी, टीम लीडर संदीप सैनी, कलाकार राम कुमार, सुमेर सिंह पाल, गुलाब सिंह, मनीष कुमार व प्यारे लाल कलाकार ने शहीद उधम सिंह की जीवनी पर आधारित गीतों के माध्यम से सभी को शहीद उधम सिंह के जीवन आदर्शों की जानकारी दी।इसके साथ ही पार्षद सविता ने कविता, चैलेंज यूथ ट्रस्ट क्लब द्वारा शहीद उधम सिंह की वीरता पर नाटक तथा श्रुति काम्बोज व अन्य विद्यार्थियों ने शहीद उधम सिंह के जीवन पर आधारित कविताएं प्रस्तुत की।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल, मान सिंह आर्य, पार्षद प्रीति जोहर, पार्षद राम आसरा, सतीश चौपाल, रामपाल, सोनी काम्बोज, नीरज पलाका, कमल काम्बोज, जसमेर बिलासपुर, अमित काम्बोज, स. गुरनाम सिंह, स. उत्तम सिंह, हरबंश काम्बोज, रामपाल काम्बोज, सुभाष काम्बोज, रणसिंह काम्बोज साबापुर, रोशन लाल काम्बोज, राजपाल व सुरेश काम्बोज, शिव कुमार काम्बोज, रमेश काम्बोज खेड़ा, आशीष काम्बोज चमरौड़ी सहित अन्य विभागों के अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति तथा हजारों पुरुष, महिलाएं व बच्चे उपस्थित थे।
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