यमुनानगर। संजीव वालिया ने स्वराज इंडिया पार्टी की जिला कमेटी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नवगठित राजनीतिक पार्टी स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव अब किसान-विरोधी मोदी सरकार के निशाने पर हैं। रेवाड़ी जिले में संपन्न हुई 9-दिवसीय स्वराज पदयात्रा के दो ही दिनों में सरकार ने योगेंद्र यादव के परिवार वालों को निशाना बनाकर धमकाने की कोशिश की है। योगेन्द्र यादव ने चार मुख्य मांगे पर 9 दिन की पद यात्रा की थी.
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जिसमे फसल का पूरा दाम, तलाबों को बचाना, गांव में शराब के ठेको को बंद करना तथा हर मजदूर को पूरा काम भी शामिल है। बलबीर सिंह ने बताया कि पिछले सोमवार को ही योगेंद्र यादव की रेवाड़ी में पदयात्रा पूरी हुई। हाल ही में स्वराज इंडिया ने किसानों को एमएसपी दिलाने और शराब का ठेका बंदी के आंदोलन का भी ऐलान किया था। जब हरियाणा के कृषि मंत्री से पत्रकारों ने स्वराज यात्रा के बारे में पूछा तो वे बौखलाए थे। ज्ञात हो कि दो दिन बाद ही देश भर के किसान आंदोलन AIKSCC की बैठक में मिलकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन की रणनीति तय कर रहे हैं। 11 जुलाई की सुबह 11 बजे के करीब रेवाड़ी में दो अस्पतालों, कलावती अस्पताल और कमला नर्सिंग होम पर एक साथ इनकम टैक्स और पुलिस के करीब सौ कर्मचारियों ने रेड की। ये दोनो अस्पताल योगेंद्र यादव की दो बहन, जीजा और भांजे चलाते हैं। इन दोनों अस्पतालों ने कानून सम्मत तरीके से स्वराज इंडिया को चंदा दिया है। सुमित पाल सिंह ने सरकार की इस कार्यवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आँख में धूल झोंकने के हर सम्भव प्रयास किये। साथ ही युवाओं के रोज़गार के नाम पर आंकड़ों से खेलकर भ्रम फैलाने की कोशिश करते रहे। लेकिन हर बार योगेंद्र यादव ने सरकारी झूठ और तिकड़मबाजीयों की पोल खोली और देश के किसानों और नौजवानों की ईमानदार आवाज़ बने रहे। एक तरफ जहाँ मोदी-शाह की जोड़ी देश को हिन्दू मुसलमान के नाम पर बांटना चाहती है, तो दूसरी तरफ स्वराज इंडिया और योगेंद्र यादव किसान नौजवान को सकारात्मक राजनीति के केंद्र में लाने की कोशिश करते रहे हैं। इसी कारण से शायद सरकार को योगेंद्र जी से इतनी ज़्यादा दिक्कत और घबराहट हो गयी है कि सरकारी तंत्र के जरिये उनके परिवार वालों को डराने धमकाने की घटिया कोशिश हो रही है। अंकित त्यागी ने कहा योगेन्द्र जी के माध्यम से सभी किसान नेताओं को अपना मुंह बंद रखने की चेतावनी दी जा रही है। लेकिन अब किसान चुप रहने वाले नहीं हैं। मीटिंग में दीपक भोला, खड़ग सिंह, सम्राट, राजसिंह पुंडीर, अंकित त्यागी, करण चौहान, शिवदयाल सुखदेव, गौरव शर्मा,सुमित पाल सिंह, संजीव वालिया, बलबीर सिंह मौजूद थे।
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