यमुनानगर। संत निरंकारी सत्संग भवन में रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया जिसकी शुरूआत पावन अवतारवाणी के शब्द गायन से हुई। सत्संग की अध्यक्षता जोनल इंचार्ज टेक चंद व मंच संचालन जगजीत बांगा ने किया।
साध संगत को सम्बोधित करते हएु कहा कि जन्म, पालन-पोषण, मृत्यु सब कुछ परमात्मा के हाथ में है। जो कुछ भी हो रहा है सबका कर्ता स्वयं परमात्मा है। हमें इसके हुक्म में रह कर इसकी बंदगी कर पाए। ’ जैसी भी हो परिस्थिति एक सी हो मनोस्थिति’ उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि एक बार सतगुरू बाबा हरदेव जी महाराज की अध्यक्षता में सत्संग का आयोजन अमेरिका के बेसमैंट हाल में किया गया । वहां पर एयर कंडीशनर ने काम करना बंद कर दिया और पूरा हाल भरा हुआ था जिससे गर्मी बहुत ज्यादा लग रही थी जिसके हाथ में जो था उसी से सब हवा कर रहे थे। बाबा जी ने माईक हाथ में लिया और साध संगत को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी ने मेंरा वार्म वैलकम किया है। सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गई और सभी गर्मी भूल गए। उन्होंने कहा कि जब हमें निरंकार परमात्मा का ध्यान करते है सिमरन करते है तो कैसी भी परिस्थिति हो मन शांत हो जाता है। हमें याद रहता है कि जो कुछ भी हो रहा करने वाला कोई और नही स्वयं परमात्मा है और जो कुछ भी होगा अच्छा ही होगा। हमें सिमरन का रटन नही बल्कि इसका ध्यान करके इसके रंग में रंगना चाहिए।
उन्होंने सतगुरू माता सविन्द्र हरदेव जी के वचनो को दोहराते हुए फरमाया कि एक बच्ची ने अपने अनुभव के बारे में बताया कि एक बार वो किसी पार्टी में गई तो सभी ने वाईन आडर किया और उस बच्ची ने साफट ड्रिंक आडर किया तो सभी साथिओं ने उसका मजाक उड़ाते हुए कहा कि आप इतने बड़े हो गए हो और वाईन नही पीते तब बच्ची ने बताया कि वह निरंकारी है और मेरे सतगुरू का आदेश है कि नशा नही करना है। मतलब नही करना तो नही करना। सभी साथी उसकी इस बात से काफी प्रभावित हुए और वह उसको और इज्जत देने लग गए। इसी तरह हमें भी सतगुरू के वचनो को हु ब हु मानना चाहिए। जीवन तो सबका गुजर जाता है बात तो ये है कि जीवन कैसा जीया गया। इस अवसर पर अनेक वक्ताआंे ने अपने विचारों, गीतों व कविताओं के माध्यम से मिशन का सत्य संदेश दिया।
जिले के कोने-कोने की खबरों के लिए क्लिक करें : www.yamunanagarhulchul.com
जिले के कोने-कोने की खबरों के लिए क्लिक करें : www.yamunanagarhulchul.com