यमुनानगर। सुखदासपुर निवासी जयपाल सिंह ने सीएम विंडो में शिकायत देकर ग्राम पंचायत के सरपंच राजबीर सिंह पर विकास कार्यों में धांधली करने का आरोप लगाए थे। डीडीपीओ गगनदीप ने बताया कि मामले की जांच में सरपंच पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने व गबन करने के आरोप सही पाए गए। सरपंच ने ग्राम सचिव के साथ मिलकर २५ सौ रुपये की स्ट्रीट लाइट का बिल ३५ सौ रुपये का बनवाया। ग्रामीण पंचायत द्वारा करवाए गए कार्यों में मजदूरी पर केवल १२४०२२ खर्च आया।
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जबकि उन्होंने २.०३२९६ रुपये का खर्च बनाकर बिल की अदायगी करवा ली। गांव में नाला रिपेयर, रेंप निर्माण, गली रिपेयर आदि कार्य दिखाए गए, लेकिन हकीकत में ये काम नहीं किए गए। जो कार्य हुए उनमें अधिक खर्च दिखाकर ग्राम पंचायत के फंड व सरकारी पैसे का गबन किया गया। इस मामले में दो जून को हुई पिछली मीटिंग में मंत्री कविता जैन ने ग्राम सचिव को सस्पेंड किया था। वहीं, सरपंच के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। डीडीपीओ के अनुसार जांच में सरपंच पर लगाए गए आरोप भी सहीं निकले है, जिसपर उन्हें संस्पेंड किया गया है। इसके अलावा पंचायत राज विभाग के जेई विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। जांच में यदि आरोप सही निकले तो जेई को भी सस्पेंड किया जाएगा।