यमुनानगर / साढौरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना दिवस पर संघ की स्थानीय इकाई द्वारा शनिवार को कस्बे में पथ संचलन किया गया। पथ संचलन में आरएसएस के सैकड़ों स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। स्वयंसेवकों का मेन बाजार में अनेकों जगह जोरदार स्वागत किया गया। इससे पूर्व कस्बे सहित खंड के गांवोंं से स्वयंसेवक लक्ष्मी नारायण मंदिर में एकत्रित हुए। स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन किया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए संघ के प्रांतीय शारीरिक प्रमुख भूपेश अरोड़ा ने कहा कि संघ राष्ट्र सेवा को समर्पित लोगों का सामाजिक संगठन है। संघ की स्थापना पूजनीय डा.बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजय दशमी के दिन नागपुर में की थी। संघ से शिक्षित हजारों समर्पित प्रचारकों द्वारा संघ को देश के कोने-कोने में पहुंचाया गया। आज संघ का कार्य विदेशों में भी जारी है। इन्हीं समर्पित लोगों की त्याग तपस्या से आरएसएस विश्व का सबसे बड़ा गैर राजनीतिक सामाजिक संगठन बन चुका है। उन्होंने बताया कि संघ से शिक्षा दीक्षा पाकर स्वयंसेवक समाज के विविध क्षेत्रों में समर्पित भाव से कार्य कर रहे है। संघ की विचारधारा से जुड़े अनेक संगठन अपने-अपने क्षेत्र में राष्ट्र निर्माण का कार्य कर रहे है। खण्ड कार्यवाह जसवंत ने कहा कि संघ की सबसे छोटी इकाई इसकी नियमित लगने वाली शाखा है। संघ की शाखा से ही स्वयंसेवक का शारीरिक एवं मानसिक निर्माण होता है। संघ से ही प्रेरणा पाकर वह राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करता है। इस मौके पर सह खण्ड कार्यवाह बहादुर सिंह, सह सामाजिक समरसता प्रमुख मुनीष गर्ग, ब्रहमप्रकाश अत्री, विनोद जैन, प्रेम अरोड़ा, सोमनाथ, दीपक ग्रेवाल व भाजपा नेता सुमत जैन सहित स्वयंसेवक मौजूद थे।
रिपोर्ट : शिवम अग्रवाल