रादौर। संसार के दुखों की निवृत्ति के लिए एवं अपने कुल के पित्रों की तृप्ति के लिए महान राजा भागीरथी ने अखण्ड तपस्या करके गंगा जी को पृथ्वी पर उतारा तभी से मां गंगा सारे संसार के प्राणियों को तृप्त करती हुई मुक्ति प्रदान कर रही है। यह शब्द नागेश्वर धाम पक्का घाट रादौर के स्वामी महेशाश्रम जी महाराज ने कहे। उन्होंने कहा कि जो भी श्रद्ध और भक्ति से मांग गंगा, यमुना आदि महान शक्तियों का पुजन या स्नान करता है तो उसके पितृ मुक्त हो जाते है। आज के वर्तमान समय में समाज में जातिवाद, मजहबवाद एवं उग्रवाद के चलते सारा समाज त्रस्त है। इस अवसर पर ज्ञानप्रकाश शर्मा, बलबीर बंसल, कृष्ण, कोमल, मलखानसिंह, सुरेन्द्र शर्मा, बालकृष्ण, नरेश कुमार, मनोज कुमार आदि मौजूद थे।