रादौर। यमुनानदी के गुमथला घाट की की बोली अब तक पांच बार रदद हो चुकी है। प्रशासन की ओर से अब शुक्रवार 3 मई को दोपहर 3 बजे, बीडीपीओ कार्यालय रादौर में छठी बार घाट की बोली की जाएगी। हर बार अलग अलग कारणों से पांच बार गुमथला घाट की बोली रदद हो चुकी है। हर बार घाट की बोली में भाग लेने आए ठेकेदारों को मायुस होकर वापिस लौटना पड रहा है। उल्लेखनीय है कि यमुनानदी के गुमथला घाट की बोली अब तक पांच बार अलग अलग कारणों के चलते रदद हो चुकी है। पिछले वर्ष गुमथला घाट की 33 लाख रूपए में बोली की गई थी। लेकिन इस बार इस घाट की बोली बहुत कम में दिए जाने के बाद प्रशासन के अधिकारियो को घाटं की बोली रदद करनी पड रही है। पता चला है कि कुछ महीनों पहले घाट के ठेकेदारों व खनन ठेकेदारों के बीच रॉयलटी का विवाद होने के चलते खनन ठेकेदार कोर्ट चले गए थे। जिसके बाद कोर्ट ने फैसला खनन ठेकेदारों के पक्ष में सुनाया था। कोर्ट के फैसले के बाद घाट के ठेकेदार मायुस हुये थे। घाट के ठेकेदारों का कहना था कि यमुनानदी में खनन के दौरान रेत लेने आए वाहनों से वह वसूली कर सकते है। लेकिन खनन ठेकेदार इस पर सहमत नहीं हुए। दोनों में काफी समय विवाद चला। जिसके बाद कोर्ट ने फैसला खनन ठेकेदारों के हक में दिया था। इस फैसले के बाद अब यमुनानदी के गुमथला घाट को कोई भी ठेकेदार 2 से 4 लाख रूपए से ज्यादा में लेने को तैयार नहीं है। जबकि पिछले वर्ष यह घाट लगभग 33 लाख रूपए में प्रशासन द्वारा ठेके पर दिए गया था।