रादौर। जलापुर्ति विभाग रादौर की ओर लगभग साढे चार करोड रूपए बिजली के बिल के बकाया है। जिसके चलते को बिजली निगम ने शहर में जलापुर्ति विभाग के दो टयूबवैलों के कनैक्शन काट दिए। टयूबवैलों के कनैक्शन कटने के बाद शहर में पीने के पानी की सप्लाई बांधित होने पर हडकंप मच गया। जिसके बाद आनन फानन में जलापुर्ति विभाग के अधिकारियों ने मामले को लेकर जिला उपायुक्त व बिजली निगम के उच्चाधिकारियों से बातचीत की। लेकिन बिजली निगम के अधिकारी अपने करोडों रूपए की वसूली पर अडे रहे। बाद में प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने बिजली निगम के एमडी से इस बारे बातचीत कर जल्द बकाया भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद बिजली निगम की ओर से शहर में शाम तक काटे गए कनैक्शनों को जोड दिया गया। टयूबवैलों के कनैक्शन जुडने के बाद जलापुर्ति विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। उल्लेखनीय है कि रादौर क्षेत्र में जलापुर्ति विभाग के 122 से अधिक पीने के पानी के टयूबवैलों पर बिजली निगम द्वारा बिजली की सप्लाई दी जा रही है। अगस्त 2018 के बाद जलापुर्ति विभाग ने बिजली निगम के बिलों की अदायगी नहीं की। जिसके चलते बिजली निगम ने जलापुर्ति विभाग के बकाया बिलों पर लाखों रूपए जुर्माना ठोका है। जिस कारण साढे चार करोड से अधिक का बिल बकाया चल रहा है। मामले को लेकर बिजली निगम के उच्चाधिकारियों ने रादौर क्षेत्र में जलापुर्ति विभाग के टयूबवैल के कनैक्शन काटने के आदेश दिए थे। बुधवार को बिजली निगम के कर्मचारियों ने शहर के छोटाबांस की डेहा बस्ती व शहर के गडरिया महौल्ले में लगे जलापुर्ति विभाग के टयूबवैलों के कनैक्शन काटे थे। कनैक्शन कटने के बाद शहर में हडकंप मच गया। दोपहर को पीने के पानी की सप्लाई न होने के बाद जलापुर्ति विभाग के अधिकारियों ने पहले एसडीएम रादौर कंवर सिंह व बाद में जिला उपायुक्त को मामले की सूचना दी। अधिकारियों के हस्ताक्षेप के बाद शाम को टयूबवैलों के कनैक्शन जोड दिए गए। इस बारे जलापुर्ति विभाग के एसडीओ अर्पित धीमान ने बताया कि बिजली के बिलों की अदायगी को लेकर बजट के लिए विभाग को सूचित किया गया है। बजट समय पर न आने के कारण बिजली के बिल समय पर नहीं भरे गए है। उधर शहर निवासी राजकुमार, दिनेश, मीतू, संदीप, रामकुमार आदि ने कहा कि जब शहर के लोग जलापुर्ति विभाग के पास पीने के पानी का बिल समय पर भर रहे है, तो ऐसे में जलापुर्ति विभाग को भी पीने के पानी के टयूबवैलों का बिल समय पर भरना चाहिए। विभाग की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पडता है। सरकार आम उपभोक्ता को समय पर बिलों की अदायगी करने की अपील करती है। लेकिन सरकार के अपने विभाग ही बिलों की अदायगी समय पर नहीं करते। यह परंपरा ठीक नहीं है।