Yamunanagar Hulchul : गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में मुहावरा आधारित प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा के संयोजन में आयोजित प्रतियोगिता के संचालन में संस्कृत अध्यापिका रजनी शास्त्री व लैब सहायक रवि कुमार ने सहयोग किया।
प्रतियोगिता में टीम-बी प्रेमचंद ने 65 अंक लेकर पहला स्थान प्राप्त किया। टीम में प्रेम, श्रीराम, आर्यन, अमन व रीतिक शामिल रहे। टीम-ए कबीर ने 55 अंकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। टीम में मीनाक्षी, भावना, तृप्ति, मुस्कान व मोहिनी शामिल रहे। टीम-डी महादेवी वर्मा व टीम सी राजेश जोशी ने 45-45 अंक प्राप्त किए। महादेवी वर्मा टीम में मानसी, मुस्कान, प्रीति, महक, करिश्मा शामिल हुए और राजेश जोशी टीम में खुशी, चीनू, मंजू, भावना व साक्षी की हिस्सेदारी रही।
हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुहावरे भाषा में विशेष स्थान रखते हैं। भाषा को जानदार, रूचिकर व गतिशील बनाने में इनकी अहम भूमिका है। जिसकी भाषा मुहावरों और लोकोक्तियों से सुसज्जित होती है, उसका श्रोताओं और पाठकों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मुहावरा ऐसा शब्द समूह है, जो सामान्य अर्थ देने की बजाय विशिष्ट अर्थ प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि शब्द की तीन शक्तियां होती हैं-अभिधा, लक्षणा व व्यंजना शब्द शक्ति। अभिधा शब्द शक्ति के अनुसार जो कुछ कहा जाता है, वही उसका अर्थ होता है। लेकिन मुहावरों में जो कुछ कहा जाता है, उसकी लक्षणा शक्ति और कभी-कभी व्यंजना शक्ति का प्रयोग होता है। मुहावरों का विशिष्ट अर्थ समझना अभ्यास से होता है।
ऐसा ही भाषा को मुहावरेदार बनाने के लिए करना पड़ता है। मुहावरों के प्रयोग से भाषा में चित्रमयता का समावेश होता है। मुहावरों के बिना भाषा निष्प्रभावी और निस्तेज हो जाती है। उन्होंने प्रात:कालीन सभा और स्कूल में समय-समय पर होने वाले कार्यक्रमों का प्रयोग करके अपनी मौखिक अभिव्यक्ति को निखारने का आह्वान किया।