जिला बाल सरंक्षण इकाई यमुनानगर ने लगाया पोक्सो एक्ट पर जागरुकता शिविर
यमुनानगर। जिला बाल सरंक्षण इकाई के चेयरमैन उपायुक्त यमुनानगर के मागदर्शन में जिला बाल
संरक्षण इकाई ने नेशनल हाई स्कूल, शास्ली कालोनी यमुनानगर में लैंगिक अपराधों पर बने कानून पोक्सो एक्ट पर जागरुक शिविर लगाया गया। जागरूकता शिविर के दोरान लीगल अधिकारी रंजन शर्मा ने
बताया की बच्चों की सुरक्षा के लिए यह कानून बनाया गया है और आज समाज में सभी को जागरूक होने
की जरुरत है बच्चों के साथ हो रहे यौन शोषण को पर पूरी रोक लगानी होगी और हर बच्चे को यौन
शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए कहना होगा। इसी उद्देश्य के साथ जिला बाल सरंक्षण
इकाई कार्यरत है। बच्चों का किसी अनजान पर विश्वास कर लेना कई बार उनके लिए हानिकारक बन जाता
है । ऐसे में बच्चे लेंगिक अपराधों का शिकार हो जाते है। बच्चे अपराध होने पर किसी को बता नहीं पाते
जिसके कारण मानसिक रोगों का भी शिकार हो जाते है । इसलिए बच्चों का संरक्षण बेहद अवशयक है ।
यौन अपराधों में सजा के कठोर प्रावधान हैं । जिला बाल संरक्षण इकाई जागरूकता अभियान चला रही है।
जागरूकता शिविरों का लक्ष्य है की समाज में बच्चों के प्रति सोच गंभीर हो सके। मोके पर बच्चों को चाइल्ड
हेल्प लाइन 1098 के बारे में भी बताया गया कि चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर किस प्रकार से बच्चो की किसी
भी संकट की स्थिति में सहायता कर सकता है। उनके द्वारा जिला बाल सरंक्षण इकाई के दूरभाष नंबर
01732237050 पर भी शिकायत दर्ज़ करवाई जा सकती है बच्चों को मोके पर बाल योन शोषण पर शपथ
दिलाई की अब बस इस बुराई पर रोक हम सब मिल कर लगाएंगे बच्चों को किसी भी तरह की समस्या
आने पर जिला बाल संरक्षण यूनिट एवं बाल कल्याण समिति से संपर्क करें।
मोके पर सामाजिक कार्यकर्ता गुरप्रीत सिंह ने अपील की गयी की अगर किसी को कोई भी बच्चा लावारिस
हालत में मिलता है तो तुरंत इसकी सुचना 1098 पर दें ताकि बच्चे को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो
मोके पर सपोंसरशिप एवं फोस्टर केयर स्कीम के बारे में जनकारी देते हुए बताया की विभाग आर्थिक तोर
पर कमजोर परिवारों के बच्चों को शिक्षाः एवं अन्य सुविधाओं के लिए विभाग द्वारा आर्थिक सहायता दी
जाती है।