विज्ञान परियोजनाओं के माध्यम से बच्चे स्थानीय समस्याओं का हल निकालने का प्रयास करें : आर एस पुंडीर

यमुनानर। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस (एन सी एस सी) की एकदिवसीय अध्यापक प्रशिक्षण कार्यशाला नेशनल पब्लिक स्कूल आयोजित हुई।यह राष्ट्रीय बाल विज्ञान सम्मेलन अक्टूबर माह में होगा। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन्स ने जिला भर से उपस्थित प्रतिनिधियों को प्रोजेक्ट बनाने का प्रशिक्षण दिया। आगामी दो वर्षों के लिए 26वीं व 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मु य विषय ‘स्वच्छ, हरित व स्वस्थ भारत हेतु विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवचार है । इस मुख्य विषयों को आगे पांच उपविषयों में बांटा गया है।
1. परितंत्र एवं परितंत्र सेवाएं
2. स्वास्थ्य, स्वच्छता और सफाई व्यवस्था
3. कचरे से समृद्धि
4. समाज, संस्कृति एवं आजीविका
5. पारंपरिक ज्ञान प्रणाली
इन उपविषयों पर अध्यापकों को बच्चों से प्रोजेक्ट बनाने के लिए प्रशिक्षित किया। नेशनल शिक्षण संस्थाओं के निदेशक आर एस पुंडीर ने जिले भर से आये विज्ञान प्रतिनिधियों का स्वागत किया व अपने स बोधन में विज्ञान संचार में लगे अध्यापकों की प्रशंसा की। विज्ञान में मौलिक शोध को बढ़ावा देने वाले इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता को भी सराहा।
विद्यालय की प्रधानाचार्या मनीषा गौतम ने उपस्थित विज्ञान अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से विज्ञान प्रोजेक्ट बनाने से बच्चे अपने आसपास की सामान्य व गंभीर समस्याओं से रूबरू होते हैं और वो उनका हल निकलने का प्रयत्न करते हैं जिससे वो विज्ञान को नजदीकी से समझ पाते हैं। विज्ञान प्रोजेक्ट करने से बच्चों के सर्वांगीण विकास को बल मिलता है। कार्यशाला में सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाक्टर विजय दहिया ने उपस्थित अध्यापकों को ‘स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था’ विषय पर अपना व्याख्यान दिया। डाक्टर दहिया ने बताया कि स्वस्थ शरीर धनदौलत से भी बड़ी आवश्यकता है। व्यक्तिगत स्वच्छता, उचित पोषण, मानसिक प्रसन्नता के साथ साथ सामुदायिक स्वच्छता भी महत्वपूर्ण आवश्यकता है। डाक्टर दहिया ने अध्यापकों से बच्चों को जिले की सीवरेज ड्रेनेज ओर वाटर सप्लाई पाइप्स की पुनव्र्यवस्था पर परियोजना बनाने का आव्हान भी किया। डॉ दहिया ने चिकित्सा के क्षेत्र में 15 अगस्त से शुरू की गई ‘आयुष्मान भारत’ योजना पर भी प्रकाश डाला और कहा कि इस योजना से समाज के एक और बड़े तबके को अच्छी व निशुल्क चिकित्सा सेवाओं का लाभ सुलभ हो सकेगा।जिला समन्वयक दर्शन लाल बवेजा ने बताया की हरियाणा विज्ञान मंच रोहतक द्वारा आयोजित इस विज्ञान स मेलन में बालक अपने परियोजना शोधपत्रों को साक्ष्यों सहित प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने आज यह आव्हान किया की प्रत्येक विज्ञान अध्यापक/ प्राध्यापक को विज्ञान शिक्षण के साथ साथ विज्ञान संचारक भी बन जाना चाहिए। देश को विज्ञान चेतना की अति आवश्यकता है। शिक्षण को मात्र रोजगार का साधन मत बनाएं। समाज के प्रति अपनी जि मेदारियों का निर्वहन करने के लिए विज्ञान को जन आन्दोलन बनाएं और विज्ञान संचार की मुहीम से जुड़ें।
गौरव कुमार ने पर बच्चों से ‘कचरे से समृद्धि’ उप विषय पर प्रोजेक्ट करवाने का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया की धान की पराली से उ दा कागज, खाद, तेल व एल्कोहल बनाने जैसी संभावनाओं पर काम किया जा सकता है। उन्होंने बताया सामूहिक खेती द्वारा ही कृषि अवशेष से उचित तरीके निपटने का एकमात्र हल है। एकल किसान तो उसे जलाएगा ही क्योंकि उसके पास इतने साधन नही है कि वो उसका उचित निपटान कर सके। इस उप विषय पर बच्चों को परियोजनाएं तैयार करवाने की बहुत आवश्यकता है। राजकीय वमावि बुडिय़ा से प्रवक्ता रसायन सुमन शर्मा ने ‘परितंत्र व परितंत्र सेवायें’ उपविषय पर बच्चो से प्रोजेक्ट बनवाने का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने नदियों, पहाड़ों, जंगलों, खनिज भंडारों और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों को बचाने और संवर्धन करने की आवश्यकताओं पर बल दिया। अश्वनी गर्ग प्रवक्ता रसायन, राकेश मल्होत्रा प्रवक्ता भौतिकी ने टिकाऊ विकास में पर परागत तरीकों और देशज विधियों पर अपना व्या यान दिया। उन्होंने देसी ज्ञान विज्ञान पर आप आदमी की समझ को डॉक्युमेंट करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि कुछ महत्वपूर्ण देशज ज्ञान को बचाया जा सके। गत वर्ष की विजेता ग्रुप लीडर ने गाइड टीचर सोनू तूनवाल के साथ ने अपनी टीम के साथ एक परियोजना की प्रस्तुती दी जिससे उपस्थित अध्यापकों को प्रोजेक्ट बनाने की बारीकियां पता लग सकी। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में रविंदर कुमार, विनोद कुमार, विजय शर्मा, विक्रम वर्मा, स्वीटी, हरप्रीत कौर, राजीव खुराना, सुदेश कुमार, दीपक शर्मा, पूजा आनन्द, अंजली शर्मा, पंकज, राकेश मकाल, रितेश कुमार, रीना मल्होत्रा, मनदीप कौर मौजूद रहे।

Previous articleस्कूल में मनाया गया रक्षा बन्धन का त्यौहार
Next articleबजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बस्ती की बच्चियों से बंधवाई राखियां