पम्मूवाला में खनन स्थल को लेकर ग्रामीणों व खनन ठेकेदार में तनातनी

पम्मूवाला में ग्रामीणों के खेतों में खनन पर ग्रामीणों ने विरोध किया
पम्मूवाला में ग्रामीणों के खेतों में खनन पर ग्रामीणों ने विरोध किया
यमुनानगर (साढौरा)। गांव पम्मूवाला के स्वीकृत खनन जोन में खनन स्थल की मलकीयत को लेकर ग्रामीणों व खनन ठेकेदार के करिंदों में तनातनी हो गई। खनन ठेकेदार के करिंदों द्वारा विवादित स्थल पर जबरन खनन करने पर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो करिंदों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि करिंदों के पास हथियार होने के कारण ग्रामीण भयभीत हैं। ग्रामीण इस बारे में अधिकारियों के अलावा पुलिस को शिकायत करने जा रहे हैं। ग्रामीणों मोहन, सारदीन, सलामू, असरा, हनीफ व शौकत ने बताया कि इस जमीन की पैमाइश रिटायर्ड कानूनगो द्वारा की गई थी। उसने गलत तरीके से पैमाइश करते हुए ग्रामीणों की मलकीयत वाली खेती लायक जमीन को नदी की जमीन बता दिया। जबकि नदी की जमीन वहां से अलग है। ग्रामीणों ने मौके पर ही पैमाइश का विरोध किया तो रिटायर्ड कानूगो ने दोबारा से पैमाइश करने का आश्वासन दिया। लेकिन इससे पहले ही खनन ठेकेदार के करिंदों ने दो दिन से इस विवादित जमीन पर खनन शुरू कर दिया। आज ग्रामीणों ने मौके पर जाकर इसका विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन ठेकेदार के हथियारों से लैंस करिंदों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। ग्रामीणों में भय बना हुआ है कि अगर उनकी मलकीयत वाली जमीन से खनन न रोका गया तो उनकी खेती की जमीन तबाह हो जाएगी। ग्रामीणों का आरोप है कि 15 सितंबर तक खनन पर पाबंदी होने के बावजूद यहां खनन जारी होने से प्रशासन की मिलीभगत जाहिर होती है। उनकी मांग है कि इस जगह पर खनन तुरंत रोककर जगह की दोबारा से पैमाइश करवाई जानी चाहिए।
रिपोर्ट : कुलदीप हर्ष
खनन पर पाबंदी होने के बावजूद खनन जारी
खनन पर पाबंदी होने के बावजूद खनन जारी

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