यमुनानगर हलचल। उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि 25 अप्रैल से 15 मई 2020 तक यमुनानगर से 7187 प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न प्रदेशों में भेजा गया। उन्होंने बताया कि इनमें से बिहार प्रदेश 517 प्रवासी श्रमिक, उत्तर प्रदेश के 6518 प्रवासी श्रमिक, लेदाख के 3 श्रमिक, जम्मू कश्मीर के 19 छात्र व श्रमिक, उत्तराखण्ड के 130 प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार के आदेशानुसार बसों व रेल के माध्यम से नि:शुल्क भेजा गया।
उपायुक्त ने बताया कि आज इसी कड़ी में जिला राजस्व अधिकारी अभिषेक व उप पुलिस अधीक्षक सुभाष चन्द के देखरेख में लक्कड़ मंडी मानकपुर व करेहड़ा खुर्द से श्रमिकों को जो अपने घर जाना चाहते थे, उनके उत्तर प्रदेश सहारनपुर में बनाए गए सैल्टर होम राधा स्वामी सत्संग भवन पिलखनी के लिए यमुनानगर से बसों में नि:शुल्क 760 प्रवासी श्रमिकोंं को भेजा गया। उन्होंने बताया कि सभी व्यक्तियों को कोविड-19 के मापदंडों के तहत स्क्रीनिंग करके भेजने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन के माध्यम से सभी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच करने के उपरांत ही श्रमिकों को भेजा जा रहा है।
जिला राजस्व अधिकारी अभिषेक ने बताया कि बस व रेल मार्ग के माध्यम से उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, जम्मू-कशमीर, बिहार व अन्य प्रदेशों के विभिन्न जिलों में प्रवासी श्रमिकों को भेजने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी श्रमिकों को कोविड-19 के मापदंडों के तहत स्क्रीनिंग करके भेजने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच करने के उपरांत ही श्रमिकों को भेजा जा रहा है। जिला राजस्व अधिकारी अभिषेक ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को यहां से भेजने से पहले भोजन, पानी की बोतल, मास्क व सैनिटाईजर देकर उनको बसों व रेल के माध्यम से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के दिशा-निर्देशानुसार आगे भी अन्य प्रवासी श्रमिकों को भी उनके घर भेजने का काम किया जाएगा।