Bilaspur : उपायुक्‍त ने लिया कपाल मोचन में लगने वाले धार्मिक एवं ऐतिहासिक मेले का जायजा

व‍िलासपुर। यमुनानगर महर्षि वेद व्यास की कर्मस्थली बिलासपुर में तीर्थ राज कपाल मोचन में 19 नवम्बर से 23 नवम्बर 2018 तक लगने वाले प्रसिद्ध धार्मिक एवं ऐतिहासिक अन्तर राज्यीय
श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला 2018 के प्रबन्धों को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन तथा सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक एमवीवी डीएवी सीनियर सेकैण्डरी स्कूल कपाल मोचन बिलासपुर में हुई जिसमें उपायुक्त एवं श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी, श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड यमुनानगर के मुख्य प्रशासक गिरीश अरोरा ने मेला प्रबंधों से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि 19 नवम्बर 2018 को दोपहर बाद 3 बजे श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला की प्रदर्शनी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन होगा।
बैठक में उपायुक्त गिरीश अरोरा ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि विश्व प्रसिद्ध श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला के संबंध में अधिकारी सभी प्रबंध 18 नवम्बर 2018 तक पूर्ण करें व पूरी श्रद्धा से अपनी डयूटी करें। उन्होंने बैठक में स्पष्ट किया कि मेला में डयूटी पर तैनात सभी अधिकारी व कर्मचारी 24 नवम्बर तक अपनी डयूटी पर तैनात रहेंगे व डयूटी में कोई कोताही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने डीएसपी बिलासपुर को निर्देश दिए कि वे एसडीआरएफ की टीम को बुलाना सुनिश्चित करें। 
उपायुक्त एवं श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी, श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड यमुनानगर के मुख्य प्रशासक गिरीश अरोरा ने कहा कि श्री कपाल मोचन मेले में देश के विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां के तीनों पवित्र सरोवरों-कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरज कुण्ड सरोवर में क्रमवार स्नान करने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि कपाल मोचन मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलें ऐसे सभी अधिकारियों के प्रयास होने चाहिए। उन्होंने मेले में सफाई व्यवस्था, दवाईयों के प्रबन्ध, अस्थाई शौचालयों, पेयजल के प्रबन्ध, सडक़ों की मरम्मत, बिजली का प्रबन्ध, खाद्य सामग्री, दूध की आपूॢत, बैरिकेटिंग, पुलिस प्रबन्ध व अन्य प्रबन्धों बारे विस्तार से समीक्षा की तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक कपाल मोचन मेले में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टाल लगाए जाएगें। प्रदर्शनी में वर्तमान राज्य सरकार की चार वर्षों की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी व प्रदर्शनी स्थल के बीचो बीच सांस्कृतिक मंच बनाया जाएगा जहां से सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग तथा सांस्कृतिक कार्य विभाग के कलाकार गीतों, भजनों व लोक गीतों के माध्यम से विश्व प्रसिद्घ श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला में पधारे लाखों श्रद्घालुओं व यात्रियों का मनोरंजन धार्मिक गीतों व भजनों से करेंगे।
उपायुक्त गिरीश अरोरा ने लोक निर्माण विभाग (भवन एवं मार्ग) नारायणगढ़ व हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कपाल मोचन व आदिबद्री की ओर जाने वाली सडक़ों की मरम्मत का कार्य शीघ्र निपटाएं और सडक़ों पर कहीं भी निर्माण सामग्री न पड़ी हो। उन्होंने बताया कि मेले में यात्रियों की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित प्रबन्ध पुलिस विभाग द्वारा किए गए है व पूरे मेला क्षेत्र को 4 सैक्टरों में बांटा गया है। उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि मेले के दिनों में बिजली की सप्लाई में कोई बाधा न आए और इसके लिए आवश्यकता अनुसार जनरेटरों का भी प्रबन्ध करवाना सुनिश्चित करें और बिजली के सभी ट्रांसफार्मरों के चारों ओर मजबूत बैरिकेटिंग की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार कपाल मोचन मेले में खच्चर एवं घोड़ा मण्डी मेला नहीं लगेगा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले के दौरान नशीली दवाओंं व नशीली चीजों की विशेष रूप से चैकिंग की जाए और सभी यात्रियों के साथ आदर-सम्मान से पेश आए। उन्होंने कहा कि श्राईन बोर्ड के गैर सरकारी सदस्य अपने सुझाव दें ताकि मेला को ओर अधिक बेहतर बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला को यादगार व बढिय़ा मेला बनाना है। उन्होंने कहा कि अधिकारी मेला में अपनी डयूटी को सेवा भाव से करें। उन्होंने यह भी कहा कि सरस्वती उदगम स्थल आदि बद्री की साफ-सफाई हो तथा यहां के सरस्वती स्नान सरोवर में भी यात्रियों के नहाने के लिए पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ जल उपलब्ध है और सभी तालाबों में फिटकरी डाली जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मेला में किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारी की डयूटी नहीं कटेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के रेणूका माता के प्रसिद्घ मेले से भी भारी संख्या में श्रद्घालु श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला में कोलर-हरिपुर-धनोरा-रणजीतपुर मार्ग से तीर्थ राज कपाल मोचन व आदि बद्री क्षेत्र में प्रसिद्घ मंदिरों व माता मंत्रा देवी मंदिर में माथा टेकने व पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। अत: सम्बन्धित विभाग उक्त मार्ग को भी यात्रियों के लिए ठीक करें। 
इससे उपरांत उपायुक्त एवं श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री माता मंत्रा देवी, श्री केदारनाथ मंदिर धार्मिक एवं पूजा स्थल बोर्ड यमुनानगर के मुख्य प्रशासक गिरीश अरोरा ने ऋणमोचन सरोवर व कपालमोचन सरोवर का निरीक्षण किया व मेला की तैयारियों का सम्बंधित अधिकारियों से जायजा लिया। उन्होंने कपाल मोचल सरोवर के पूर्वी तट पर पवित्र गऊ-बच्छा मंदिर के पूजारी से अधिकारियों सहित प्रसाद ग्रहण किया और पुजारी सुभाष से ऐतिहासिक तीर्थ स्थल कपाल मोचन की जानकारी हासिल की। उन्होंने मेला कपाल मोचन में लग रही दुकानों को भी देखा।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव, बिलासपुर के उपमंडलाधीश एवं कपाल मोचन मेला प्रशासक नवीन आहूजा, डीएसपी अशीष चौधरी, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी एवं श्री कपाल मोचन-श्री आदि बद्री मेला अधिकारी आरडी साहनी, बीडीपीओ मार्टिना महाजन व जोगेश कुमार, डीटीपी अनिल नरवाल, तहसीलदार तरूण सहोता, बिलासपुर के नायब तहसीलदार आनंद रावल, कार्यकारी अभियंता मार्किटिंग बोर्ड, मेला कपाल मोचन श्राईन बोर्ड के गैर सरकारी सदस्य मुकेश दमोपुरा व अन्य सम्मानित सदस्य सहित अन्य सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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