यमुनानगर। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 27वें मैंगों मेले का आयोजन 6 जुलाई से 8 जुलाई 2018 को उद्यान विभाग व पर्यटन विभाग हरियाणा के सहयोग से यादविन्द्रा गार्डन पिंजौर में किया जाएगा।
जानकारी देते हुए जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हीरा लाल ने बताया कि उपायुक्त गिरीश अरोड़ा की अध्यक्षता में जिला के आम उत्पादकों की मैंगों मेले में सर्वाधिक 1200 ऐन्ट्रिज को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिला में आम की फसल बहुत अच्छी हुई जिसकी वजह से आम उत्पादकों में काफी प्रसन्नता देखने को मिल रही है। उन्होंंने किसानों से अपील की वे अधिक से अधिक संख्या में अपने आमों की एंट्री मैंगों मेंले में करवाए। इस मैंगों मेले में आम की 9 किस्मों को शामिल किया गया है। आम की बी श्रेणी में दशहरी, लगंडा, चौसा, बोम्बे, ग्रीन, मलिका, अमरपाली, रटौल व रामकेला के अलावा अन्य में एन्ट्री की जाएगी। उन्होंने बताया कि बी श्रेणी में 13 प्रथम व 13 द्वितीय ईनाम रखे गए है। उन्होंने बताया कि प्रथम विजेता को 5100 रूपये तथा द्वितीय विजेता को 2100 रूपये ईनाम के रूप में दिए जाएगें तथा आम की सी श्रेणी में स्कवैश, जूस, चटनी, मुरब्बा, मैंन्गोंपापड, अचार, जैम, प्लप, फ्रिजर्ड, स्लाईस व अन्य प्रकार के प्रोडक्टस में प्रथम एवं द्वितीय के लिए 10-10 ईनाम रखे गए हैं, जिनमें प्रथम विजेता को 5100 रूपये व द्वितीय विजेता को 2100 रूपये का ईनाम दिया जाएगा।
डॉ. हीरा लाल ने बताया कि 6 जुलाई 2018 को सीएसटीएफ लाड़वा में सेमीनार का आयोजन किया जाएगा जिसमें आम उत्पादकों को वैज्ञानिकों द्वारा उन्नतशील किस्मों व पौधों में लगने वाली बीमारियों एवं कीटों से बचाव व खाद के बारे विस्तार से जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 6 जुलाई को लाड़वा में होने वाले सेमीनार में किसानों को लेकर जाने व वापिस लेकर आने के लिए कलेसर व सढौरा से 6 जुलाई को सुबह 6 बजे हरियाणा रोड़वेज की बसे चलाई जाएगी और इसी प्रकार किसानों के लिए 7 जुलाई 2018 को रादौर अनाज मंडी व सरस्वती नगर, उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय से सुबह 6 बजे यादविन्द्र गार्डन पिंजौर के लिए बसे जाएगी और शाम को इन्हीं स्थानों पर वापिस आएगी। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई 2018 को जगाधरी अनाज मंडी व बिलासपुर(रामपुर बिहटा)से सुबह 6 बजे बसे यादविन्द्र गार्डन पिंजौर के लिए बसे जाएगी और शाम को उसी जगह पर वापिस आएगी। उन्होंने सभी आम उत्पादकों से अपील की कि वे मैंगों मेले में जाने के लिए अपने अपने ब्लाक के उद्यान विकास अधिकारी व सुपरवाईजर या जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में अपना नाम मेले में जाने के लिए दर्ज करवाएं।