छछरौली। कलेसर गाँव में ग्राम सभा की बैठक बुलाई गई। बैठक का आयोजन स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप स्क्रीम राजकीय महाविद्यालय छछरौली के प्राचार्य डॉक्टर ललित कुमार जैन एवं स्वच्छ भारत मिशन के जिला कोआर्डिनेटर भूपेंद्र सिंह के आह्वान पर किया गया। बैठक में गांव कलेसर के सरपंच, पंचायत मेंबर, ग्राम सचिव, ग्रामवासी स्त्रियां व पुरुष शामिल हुए। भूपेंद्र सिंह ने ग्राम वासियों से शौचालय इस्तेमाल की अपील की तथा सरकार द्वारा शौचालय निर्माण के लिए जिन व्यक्तियों को सहायता राशि दी गई थी उनकी सूची का ब्यौरा दिया गया। उन्होंने कहा कि शौचालय का निर्माण धन से नहीं मन से होगा। ग्राम सभा मेें खुले में शौच करने वाले लोगों पर जुर्माना करने का फैसला भी लिया गया। भूपेंद्र ने लोगों से प्लास्टिक बोतल के इस्तेमाल का विरोध करने की अपील की तथा लीच पिट बनाकर गंदे पानी के सही प्रबंधन की जानकारी दी। स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप राजकीय महाविद्यालय छछरौली के नोडल ऑफिसर डॉक्टर रमेश धारीवाल ने लोगों को अपने पूर्वजों से सीख लेते हुए गांव को स्वच्छ एवं साफ सुथरा रखने का आह्वान किय। उन्होंने भारत के सबसे स्वच्छ गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि गांव कलेसर में वह सब विशेषताएं हैं कि यह गांव हरियाणा ही नहीं अपितु भारत के सबसे सुंदर और स्वच्छ गांवों में शामिल हो सकता है। इस अवसर पर स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप के छात्र-छात्राओं वर्षा, सलोनी, गुरचरण, राहुल, साकिब, शीतल ने स्वच्छता संबंधी गांव की समस्याओं को इस सभा में रखा। ग्राम सभा की बैठक के बाद भूपेंद्र सिंह एवं डॉक्टर रमेश धारीवाल वह स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप की छात्र छात्राओं ने गांव का दौरा किया तथा विशेष तौर से अमीचंद व जयपाल के घरवालों को शौचालय के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने गांव की गलियों नालियों की स्वच्छता का सर्वेक्षण भी किया तथा कुछ सुझाव ग्राम वासियों को दिए।
ग्राम सभा में सर्वसम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पास हुएः
1. सभी ग्राम वासियों ने गांव में प्लास्टिक की बोतल के इस्तेमाल को रोकने का प्रस्ताव पास किया।
2. सभी ग्राम वासियों ने शौचालय का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने की सहमति दी।
3. ग्राम वासियों ने खुले में शौच करने वाले लोगों को चेतावनी देने का सुझाव रखा।
4. सभी ग्राम वासियों ने गांव के सफाई कर्मी को भी सही तरीके से साफ सफाई ना करने के लिए चेतावनी दी।
5. सभी ग्राम वासियों ने गंदे पानी के प्रबंधन के लिए लीच पिट के निर्माण की भी सहमति दी।