कुरुक्षेत्र हलचल। हरियाणा के शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि गीता उपदेश स्थली ज्योतिसर तीर्थ को विश्व के मानचित्र पर एक नई पहचान देने के लिए श्रीकृष्ण सर्किट के तहत करोड़ों रुपए से ज्योतिसर तीर्थ पर कई परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। जिसमें श्रीकृष्ण कि विराट स्वरुप सहित तीर्थ के जीर्णोद्घार व सौंदर्यकरण को किया जा रहा है। इसके साथ-साथ ब्रहमसरोवर पर भी महाआरती को फिर से शुरु किया गया है। इस महाआरती के दौरान संस्कृत के श्लौंकों को सुनकर आत्मिक शांति का अनुभव होता है। संस्कृत भारत की ही नहीं पूरे विश्व को ज्ञान का पाठ पढ़ाने वाली महान भाषा है और कम्पयूटर युग में संस्कृत सबसे उपयोगी भाषा है।
शिक्षामंत्री कंवरपाल शनिवार को देर सायं ज्योतिसर तीर्थ पर स्थापित किए गए लाईट एंड साउंड शो के फिर से शुभारम्भ अवसर पर बोल रहे थे। इस दौरान शिक्षामंत्री कंवरपाल, विधायक सुभाष सुधा, पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी ने मंत्रौच्चारण व शंखध्वनि के बीच विधिवत लाईट एंड साउंड शो का फिर से शुभारम्भ किया। इससे पहले शिक्षामंत्री कंवरपाल, सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व मंत्री देवेन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, केडीबी के सीईओ कपिल शर्मा, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, महामंत्री रविन्द्र सांगवान, सुशील राणा, विनित बजाज, डीईओ अरुण आश्री, वन अधिकारी विरेन्द्र गिल सहित सभी मेहमानों ने ब्रहमसरोवर के पुरषोतमपुरा बाग में महाआरती कार्यक्रम में ब्रहमसरोवर की आरती कर पूजा-अर्चना की है।
शिक्षामंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण ज्योतिसर के लाईट एंड साउंड शो को बंद कर दिया गया था, परंतु सरकार द्वारा जारी एसओपी के निर्देशों की पालना करते हुए इससे फिर से शुरु किया जा रहा है। लाईट एंड सांउड शो के आयोजन से अब इस तीर्थ को एक अलग ही पहचान मिलेगी और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों व श्रद्घालुओं को शानदार और भव्य लाईट एंड साउंड शो देखने को मिलेगा। इस शो के जरिए महाभारत के कालजयी दृश्यों से पर्यटकों व श्रद्घालुओं को दिखाया जाएगा। इस लाईट एंड साउंड शो के लिए केडीबी ने पूर्व सैनिकों, बच्चों, दिव्यांगों के लिए टिकट 10 रुपए, आमजन के लिए टिकट 30 रुपए रखी गई है। इसके अलावा कुछ वर्गों के लिए टिकट 20 रुपए की भी होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बहुत रियायते दी जा रही है। इसके तहत धीरे-धीरे धार्मिक व तीर्थ स्थलों को भी खोला जा रहा है और जारी हिदायतों की पालना के साथ श्रद्घालुओं को भी धार्मिक स्थलों पर पूजा-पाठ की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि ब्रहमसरोवर का बहुत ही पौराणिक महत्व है, इस तीर्थ में सूर्यग्रहण व अन्य अवसरों पर स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसलिए श्रद्घालुओं की श्रद्घा को ध्यान में रखते हुए ब्रहमसरोवर महाआरती को दोबारा शुरु किया गया है। अब फिर से पर्यटक व श्रद्घालु प्रतिदिन ब्रहमसरोवर के तट पर सांध्यकालीन महाआरती कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि लाईट एंड साउंड शो से पर्यटक व श्रद्घालु महाभारत के शानदार दृश्यों को फिर जीवंत होते देख सकेंगे। लाईटों व साउंड के समायोजन से बनाए गए इस शो को बहुत ही भव्य और विराट स्वुरुप के रुप में प्रस्तुत किया जा सकेगा। इस शो को देखकर एक अलग ही दैविक अनुभति का अहसास होगा और महाभारत के दृश्यों तथा पवित्र गं्रथ गीता के संदेशों को फिर से देखने और सुनने का अवसर प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि गीता उपदेश स्थली ज्योतिसर में फिर से गीता के श्लाकों व मंत्रौच्चारण से वातावरण गुंजायमान होगा। लाईट एंड साउंड शो के दौरान सभी को सोशल डिस्टैंसिंग, मास्क पहनने जैसी हिदायतों की पालना करनी होगी ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके। इस तीर्थ को ओर सुंदर बनाने के लिए नई परियोजनाओं पर काम किया जाएगा और तीर्थ पर चल रही परियोजनाओं को भी शीघ्र पूरा किया जाएगा। सरकार द्वारा 48 कोस के सभी तीर्थों का सौंदर्यकरण और जीर्णोद्घार किया जा रहा है ताकि कुरुक्षेत्र को पर्यटन के साथ-साथ धार्मिक नगरी के रुप में भी अलग पहचान मिले और पर्यटक व श्रद्घालु इन तीर्थों का भ्रमण कर भारत के प्राचीन इतिहास को जान सके।