जीवन बचाने को पेड़-पौधे जरूरी : पुरुषोत्‍तम

हरियाणा ब्राह़मण परिसंघ की मीटिंग को संबोधित करते संस्‍थापक पुरुषोत्‍तम दास शर्मा
हरियाणा ब्राह़मण परिसंघ की मीटिंग को संबोधित करते संस्‍थापक पुरुषोत्‍तम दास शर्मा

यमुनानगर। हरियाणा ब्राह़मण परिसंघ की 437वीं मासिक मीटिंग श्री बांके बिहारी मंदिर यमुनानगर में हुई। मीटिंग की अध्‍यक्षता परिसंघ संस्‍थापक पुरुषोत्‍तम दास शर्मा ने की।
मीटिंग में वन महोत्‍सव बारे चर्चा करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि मनुष्‍य को जीने के लिए ऑक्‍सीजन की नितांत आवश्‍यकता है। जिसके बिना जिंदगी की कल्‍पना भी नहीं की जा सकती और इस ऑक्‍सीजन का माध्‍यम है पेड़-पौधे। श्री शर्मा ने कहा कि एक समय था जब पेड़-पौधों का ज्‍यादातर उपयोग खाने बनाने के लिए लकड़ी जलाने में होता था। लेकिन आज आबादी बसाने के लिए और उन तक सुख-सुविधाएं पहुचाने के लिए जो आधुनिकीकरण हो रहा है उससे तो वनों के वन ही काटे जा रहे है। इतना ही नहीं जलवायु परिवर्तन, ग्‍लोबल वार्मिंग, बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों, व परिवहन के साधनों का प्रदूषण तथा प्‍लास्टिक का अत्‍यधिक उपयोग आज ऑक्‍सीजन को खत्‍म कर रहा है। इसलिए जीवन को सिर्फ ज्‍यादा से ज्‍यादा पेड़ लगाकर ही बचाया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि गत वर्ष भी परिसंघ ने महाराणा प्रताप पार्क में एक पेड़ लगाया था और अब बारिशों में फिर एक पेड़ लगाएंगे। मीटिंग में नेशनल डॉक्‍टर्स डे के अवसर पर सभी डॉक्‍टर्स को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गईं। पुरुषोत्‍तम जी ने कहा कि डॉक्‍टर रोगी के रोग का इलाज करता है जिससे इंसान का सबसे पहला मित्र डॉक्‍टर ही है। मीटिंग में यमुनानगर रेलवे यात्री संघ के संरक्षक नरेश कुमार के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर शौक व्‍यक्‍त किया गया। इस अवसर पर गुलशन बक्‍शी, रेणु कालिया, रविंद्र पुंज, गणपत राय और नीरज शर्मा उपस्थित थे।
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