यमुनानगर हलचल। कोरोना के चलते जिला यमुनानगर के अस्पतालों को तीन श्रेणियों में बॉंटा गया है, जिसमें समर्पित कोरोना अस्पताल, समर्पित कोरोना स्वास्थ्य केन्द्र तथा समर्पित कोरोना देखभाल केन्द्र हैं, जिनमें स्वास्थ्य अनुसार कोरोना के मरीजों का उपचार व देखभाल की जायेगी। इसके साथ ही सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाओं को इस प्रकार चलाया जा रहा है कि मरीजों में भी सामाजिक दूरी बना कर उनका उपचार किया जा सके।इसके चलते आज उपायुक्त मुकुल कुमार ने उप-जिला नागरिक अस्पताल, जगाधरी का दौरा किया तथा वहां दी जा रही सभी स्वास्थ्य सेवाओं का निरिक्षण किया। इस दौरे के दौरान उपायुक्त के साथ सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया व उप-जिला नागरिक अस्पताल, जगाधरी की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पूनम चौधरी, एच.सी.एस. अधिकारी हरप्रीत कौर, सीएमजीजीए नमन जैन, उप-सिविल सर्जन डॉ. वगीश गुटैन, सिविल अस्पताल जगाधरी की आर.एम.ओ. डॉ. सुमिता आदि उपस्थित रहे।
दौरे के उपरान्त उपायुक्त ने सिविल अस्पताल, जगाधरी में चलाई जा रही सभी स्वास्थ्य सेवाओं पर संतोष प्रकट किया तथा बताया कि जिला यमुनानगर में फिलहाल कोई भी कोरोना का सक्रिय मरीज नहीं है। जिला यमुनानगर में अब तक आठ व्यक्तियों का कोरोना पोजिटीव आया था परन्तु उपचार के उपरान्त अब सभी आठ व्यक्तियों की जॉंच रिपोर्ट में उनका कोरोना नेगेटीव आया है। अत: आज कि स्थिति में जिला यमुनानगर में कोई भी कोरोना का सक्रिय मरीज नहीं है। पहले जिला यमुनानगर के सात क्षेत्रों को कन्टेन्मैन्ट जोन में रखा गया था, परन्तु अब केवल पॉंच क्षेत्र कन्टेन्मैन्ट जोन में रह गये हैं। उन्होंने बताया की कोरोना के चलते उप-जिला अस्पताल में सभी प्रसव सम्बंधि सुविधाओं का संचालन किया जा रहा है तथा महिला रोग विशेषज्ञों की ओ.पी.डी. को भी केवल सिविल अस्पताल जगाधरी में चलाया जा रहा है। इसके साथ ही सिविल अस्पताल यमुनानगर व जगाधरी को समर्पित कोरोना स्वास्थ्य केन्द्र बनाया गया हैं, जहॉं आवश्यकता पडने पर कोरोना संक्रमित तथा संदिग्ध मरीजों को रखकर उनका उपचार किया जायेगा।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने जानकारी देते हुये बताया कि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग यमुनानगर अपने जिले को कोरोना से बचाने का हर सम्भव प्रयास कर रहा है तथा इसी के चलते जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों को श्रेणीबद्ध कर कोरोना के मरीजों का उपचार किया जा रहा है। जिला यमुनानगर में कोई भी कोरोना का सक्रिय मरीज नहीं है, फिर भी सावधानी के तौर पर सरकारी अस्पतालों की ओ.पी.डी. को विभिन्न अस्पतालों में बांटा गया है, जिसमें मुख्यत: महिला रोग विशेषज्ञ की सेवायें व प्रसव सम्बंधि सभी सुविधाऐं सिविल अस्पताल जगाधरी में, फ्लू व बुखार की ओ.पी.डी. ई.एस.आई. अस्पताल में, दन्त रोग व मनोचिकित्सक की ओ.पी.डी. हुड्डा डिस्पेन्सरी में तथा बाकी सभी ओ.पी.डी. सिविल अस्पताल यमुनानगर में चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था भविष्य के खतरे को ध्यान में रखते हुये की जा रही है, ताकि हम सभी के सहयोग से इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। इस अवसर पर सिविल अस्पताल जगाधरी की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पूनम चौधरी ने बताया कि सिविल अस्पताल जगाधरी में महिला रोग विशेषज्ञों की ओ.पी.डी. के साथ-साथ सभी प्रसव सम्बंधित सेवाऐं प्रदान कि जा रही हैं तथा सभी दिशा निर्देशों को भी पालन किया जा रहा है, जैसे सामाजिक दूरी बनाये रखना, मास्क-पी.पी.ई किट व हैन्ड सेनेटाईजर का प्रयोग आदि। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल जगाधरी में प्रसव के साथ-साथ नवजात शिशु केन्द्र भी चलाया जा रहा है, ताकि आवश्यकता पडने पर नवजात शिशु व मॉं को सभी स्वास्थ्य सेवाऐं प्रदान की जा सकें। उन्होंने बताया कि टीकाकरण बूथ पर भी शिशु मास्क लगाकर अपनी मॉं के साथ टीकाकरण करवाने पहुॅंचे, जो वर्तमान समय में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका अदा करते नजर आये।
उपायुक्त तथा सिविल सर्जन ने सभी जिला वासियों से अपील की है कि सरकार द्वारा लोकडॉउन को काफी हद तक खोल दिया गया है, परन्तु कोरोना खत्म नहीं हुआ है। तो इसके चलते हमें सभी सावधानियों का पालन करना आवश्यक है, जिससे कि यह महामारी हमारे घर तक ना आये। उन्होंने सभी को सलाह दी है कि बाहर समाजिक दूरी बनाये रहें, समय-समय पर हाथ धोते रहें तथा हाथ ना धो पाने की स्थिति में हैन्ड सैनेटाईजर का प्रयोग करें। मास्क का प्रयोग बाहर व घर पर भी करें तथा गन्दे हाथों से ऑंख-नाक मुॅह को छूने से बचें।