यमुना नगर। इन्द्र मोहन शिगारी (पप्पी) के नेतृत्व में अनिल ओबराय, राजीव ओबरॉय, लक्ष्य ओबरॉय, वैभव, बॉबी दुआ, राजेंद्र कुमार, अनिल कुमार, संजीव कुमार, धीरज चावला, प्रिंस बग्गा, विपन दत्ता, अवतार सिंह, रुपेंद्र बेदी, सुशील कुमार, करण सेठी, रुपेश बाली, प्रवेश कुमार, प्रवीण कुमार, साहिल, करण वर्मा, करण लांबा, ओम प्रकाश, अरुण कौशिक, राजकुमार, अमरनाथ, अमन नंदा, विक्रांत पूरी, गौरव वर्मा, गौरव शर्मा, आशीष दत्ता, तरुण शर्मा , राजकुमार वधवा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियोंं ने विभिन्न पार्टियों को छोड़ इनेलो में अपनी आस्था वयक्त की । पार्टी में शामिल होने वालों का स्वागत करते हुए पूर्व िवधायक दिलबाग सिंह ने कहा कि मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सब झूठ फरेब की राजनीति करते है। आम जनमानस को गुमराह करने की राजनीति करते है। जननायक चौधरी देवीलाल जी ने व्यापारियों को जो रियायतें व सुविधाए दी , वह अपने आप में इतिहास है। कांग्रेस के शासनकाल में बने हरियाणा बिक्री कर अधिनियम, 1973 के अंतर्गत व्यापारी द्वारा बिक्री कर की देय राशि जमा न करवाने पर दस गुणा जुर्माने को कम करके दो गुणा जुर्माना किया। व्यापार को बढ़ावा देने के लिए लगभग 5 दर्जन वस्तुओं पर बिक्री कर कम किया। बिक्रीकर विभाग के किसी अधिकारी या इंस्पेक्टर को व्यापारी के व्यवसायिक स्थान परछापा मारने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने इंस्पेकटरी राज पूरी तरह से समाप्त किया। पूर्व विधायक ने कहा कि प्रदेश में जब-जब जननायक चैधरी देवीलाल जी व चौधरी ओमप्रकाश चैटाला जी के नेतृत्व में इनेलो की सरकार बनी, तब-तब प्रदेश के सभी शहरों एवं गांवों को लगभग 24 घंटे बिजली मिलती थी। चौधरी ओमप्रकाश चैटाला के शासनकाल में एक तरफ बिजली प्रसारण में होने वाली हानि पर अंकुश लगाया जाता था और दूसरी तरफ उत्पादन करने वाले सभी तापघरों के सूचारू संचालन और समय पर अन्य राज्यों से उचित दामों पर बिजली खरीद की जाती थी, जिसके कारण उपभोक्ताओं को बिजली भी प्राप्त होती थी और उन्हें उचित दरों पर भी मिली। बिजली की निरंतर उपलब्धता के कारण किसान, व्यापारी तथा उद्योगपति खुशहाल हुआ जिससे प्रदेश में उद्योग एवं व्यापार में उम्मीद से ज्यादा उन्नति हुई ।
जननायक चैधरी देवी लाल ने बुढ़ापा सम्मान पेशन, कर्ज माफी, देवी रक्षक बीमा योजना, विधवा तथा विकलांग पेंशन, युवकों को बेरोजगारी भत्ता, किसानों को ओलावष्टि का मुआवजा, अनुसूचित जाति व हरिजन लड़कियों तथा विधवा महिलाओं की लड़की की शादी में सरकारी अनुदान, हरिजन तथा पिछड़े वर्ग की बस्तियों में सरकारी खर्च पर चैपाल बनाने, खानाबदोश व घुमंतू लोगों के बच्चों द्वारा स्कूल जाने पर प्रति दिन एक रुपया देने की व्यवस्था, काम के बदले अनाज की योजना, हरिजन के घर पर बच्चा पैदा होने पर सरकार द्वारा ग्रांट, प्राकृतिक आपदा से होेने वाले नुकसान की भरपाई,कृषि यंत्रों द्वारा शारीरिक नुकसान होने पर वित्तीय सहायता आदि ऐसी अनेक समाज कल्याण की योजनाओं को क्रियान्वित किया और ये घोषणएं अपने आप में अनुकरणीय बन गई । जननायक चैधरी देवी लाल ने जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश में सभी अधिकारियों द्वारा जिला एवं उपमंडल स्तर पर खुले जनता दरबार लगाए गए ताकि लोगों की सभी प्रकार की समस्याओं का निपटारा स्थानीय स्तर पर हो सके और लोगों को अनावश्यक खर्च करके चंड़ीगढ न आना पड़े। इसके कारण लोगों को बहुत राहत मिली।