यमुनानगर(रादौर)। इनेलो बीसी सैल के पूर्व हल्का प्रधान कमल चमरोडी व डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने बुधवार को गांव सुढल, सुढैल, हरनौल आदि गांवों का दौरा कर बाढ से प्रभावित हुई फसलों का जायजा लिया। कमल चमरोडी व डॉ जरनैलसिंह पंजेटा ने कहा कि रादौर हल्के गांव सुढल, सुढैल, हरनौल व अन्य गांवों में बाढ के पानी से भारी नुक्सान हुआ है। उनकी मांग है कि भाजपा सरकार प्रभावित गांवों में प्रभावित हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को 60 हजार रूपए प्रति एकड़ मुआवजा दिलवाए। वहीं सरकार प्रभावित गांवों में खडे बरसाती पानी की निकासी करवाने की व्यवस्था करे, जिससे फसलों को बर्बाद होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बाढ राहत को लेकर हर वर्ष करोडों रूपए खर्च किए जाते है। इसके बावजूद किसानों की मेहनत व लागत से तैयार की गई फसलें बर्बाद हो रही है। इसके लिए सरकार की गलत नीतियां जिम्मेवार है। सरकार स्वामी नांथन आयोग की रिपोर्ट को तुंरत लागू कर किसानों को फसलों का लागत मूल्य दिलवाएं। जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबुत हो सके। शुगर मिलों की ओर किसानों का लगभग 800 करोड रूपया बकाया है। जिससे प्रदेश के किसान आर्थिक रूप से तंगी के दौर से गुजर रहे है। सरकार जल्द से जल्द शुगरमिलों से गन्ने का भुगतान करवाए। इस अवसर पर मेजरसिंह सढूरा, सूनील कौशल, सुभाष सैनी पुर्णगढ, रिंकू बरसान, बृजमोहन खजूरी, पदम झगुडी, मनोजराणा पालेवाला, कुणाल कांबोज, विपुल कांबोज, जोगिन्द्र चमरोडी आदि उपस्थित थे।