सरकार की वादाखिलाफी को लेकर हसला का प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन 9 अगस्त से

यमुनानगर। हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ( हसला ) की राज्य कार्यकारिणी ने  कैथल में आयोजित हुई बैठक में अपनी चिरलंबित मांगों पर शिक्षा विभाग के ढुलमुल रवैये को लेकर सरकार को चेताया। यमुनानगर हसला प्रधान परमजीत सिंह संधू ने कहा कि शिक्षा विभाग में गुणात्मक सुधार के लिए बहुप्रतीक्षित लिखित व मौखिक मांगों और सुझावों को सरकार नजरअंदाज कर रही है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। लिहाजा सरकार की वादाखिलाफी को देखते हुए हसला 9 अगस्त क्रांति दिवस से पूरे हरियाणा में आर-पार का संघर्ष शुरू करेगी। इसी कड़ी में 9 अगस्त,17 अगस्त और 29 अगस्त को प्रदेशभर में उपमंडल स्तर पर धरना प्रदर्शन करके एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। इतने पर भी अगर सरकार न जागी तो एसोसिएशन आर-पार की लड़ाई के लिए मजबूर होगी और जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। यमुनानगर जिले से बैठक में प्रेस सचिव मानिकटाहला नीरज, महासचिव शशिकांत चौधरी, शमशेर सिंह, सुशील कांबोज व अमरजीत सिंह संधू मौजूद रहे।
ये है मांगें:
हसला ने सरकार से पांचवी और आठवीं कक्षा का बोर्ड बनाने, तबादला व रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया समयानुसार करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, नॉन-बीएड व नॉन-एचटेट वालों का गजट नोटिफिकेशन जारी करने, पदनाम प्राध्यापक से प्रवक्ता बहाल करने, पदोन्नति कोटा शत-प्रतिशत निर्धारित करने, वेतन विसंगति दूर करने, गैर- शैक्षणिक आदेशों पर रोक लगाने, एजुकेशन पॉलिसी बनाते समय शिक्षाविदों को शामिल करने, समयानुसार पदोन्नति करने व रिक्त पदों को जल्द भरने की पुरजोर मांग की।
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