6 स्वर्ण, 1 रजत व 1 कांस्य पदक जीता
यमुनानगर। होली मदर पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने कुरूक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में भाग लेकर 6 स्वर्ण, 1 रजत व 1 कांस्य पदक हासिल करके स्कूल तथा जिले का नाम रोशन किया। इसमें नंदिनी, वेदिका, सुशांत, दिप्ती, शुभम, गगन ने स्वर्ण पदक, धीरज ने रजत पदक, रितेश व साहिल ने कांस्य पदक हासिल किया।
स्कूल की प्रधानाचार्या ने बताया कि दो दिवसीय (4 अगस्त से 5 अगस्त) हरियाणा राज्य स्तरीय कराटे एशोसिएशन कुरूक्षेत्र में अम्बेदकर भवन में राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई। इसमें हरियाणा के सभी जिले के विभिन्न स्कूलों के कराटे विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। जिसमें होली मदर पब्लिक स्कूल के 13 विद्यार्थियों ने कुमेते प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रतिभागियों ने बड़े ही उत्साह के साथ अपने प्रतिद्वंदी से मुकाबला किया। अण्डर वेट -20 के0जी0 के अन्तर्गत हमारे स्कूल की छात्रा दिप्ती ने करनाल की प्रतिद्वंदी को, छात्र सुशांत ने पानीपत के प्रतिद्वंदी को, अण्डर वेट -35 के0जी0 के अन्तर्गत न्.14 में नंदिनी ने भिवानी के प्रतिद्वंदी को व शुभम ने हिसार के प्रतिद्वंदी को, अण्डर वेट -35 के0जी0 के अन्तर्गत न्.17 में वेदिका ने फरीदाबाद के प्रतिद्वंदी को, अण्डर वेट -76 के0जी0 के अन्तर्गत न्.17 में गगन ने सोनीपत के प्रतिद्वंदी को हराकर स्वर्ण पदक, अण्डर वेट -30 के0जी0 में धीरज ने भिवानी के प्रतिद्वंदी को हराकर रजत पदक तथा अण्डर वेट -47 में रितेश ने हिसार के प्रतिद्वंदी को व साहिल ने कुरूक्षेत्र के प्रतिद्वंदी को हराकर कांस्य पदक हासिल किए। इस अवसर पर एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने बच्चों को बधाई व पदक और प्रमाण पत्र देकर उनका मनोबल बढ़ाया।
स्कूल के प्रबंधक श्री जी.एस.शर्मा जी ने बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही कोच सिद्धार्थ काम्बोज द्वारा किए गए प्रयास की सराहना की और कहा कि बच्चों के सर्वांगिन विकास में खेलों का अभिन्न योगदान होता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का विकास होता है। इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को खेलों में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। बच्चे देश का भविष्य है और हमें भविष्य में और आगे बढ़ने के लिए उनका समर्थन करना चाहिए।
प्रधानाचार्या श्रीमति मोनिका तथा प्रबन्धक कमेटी के सचिव श्री विश्वास शर्मा ने सभी प्रतिभागियों को व उनके अभिभावकों को बधाई दी और सभी प्रतिभागियों को स्कूल की तरफ से ट्राफी देकर तथा उनके गले में हार डालकर उनकों सम्मानित किया। स्कूल की प्रधानाचार्या ने बच्चों की सफलता का श्रेय कोच सिद्धार्थ काम्बोज को दिया तथा कहा कि कराटे आत्म सुरक्षा की कला है। सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को विशेषकर लड़कियों को कराटे सीखने के प्रेरित करना चाहिए।