यमुनानगर। होली मदर पब्लिक स्कूल में शनिवार को प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा पहली से दसवीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। सभी विद्यार्थियों ने अलग-अलग विषयों पर चार्ट, मॉडल आदि प्रस्तुत किये। इस प्रदर्शनी का आयोजन बच्चों की क्रियात्मक कला को बढ़ावा देने के लिए किया गया।

सामाजिक विज्ञान के विषय पर विद्यार्थियों ने वर्किंग एवं नॉन-वर्किंग मॉडल व चार्ट बनाए। साथ ही विद्यार्थियों ने रोज प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं का इस्तेमाल करके विभिन्न प्रकार के मॉडल बनाए। विद्यार्थियों ने अंडर ग्राउण्ड रेलवे, लंदन सीज़न, नैशनल पार्क, फ्लोरा, फाउना, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, सोलर सिस्टम, वर्कींग ऑफ बैंक, मल्टी पर्पस प्रोजेक्ट आदि के मॉडल बनाए। वहीं विज्ञान विषय पर पवन चक्की, ऑटोमेटिक रूम लाइट कंट्रोल, फंक्शन ऑफ ह्यूमन हार्ट, मेकैनिजम ऑफ रैस्पिरेशन, इलैक्ट्रिक सर्केट, मॉडल ऑफ प्रोजेक्टर, फॉटो सिन्थेसिज, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, डाइजेस्टिव सिस्टम आदि के मॉडल बनाए। हिन्दी विषय पर विद्यार्थियों ने तंतारा वामीरो, हरिहर काका, स्मृति, बाल कृष्ण की बाल क्रीडाएं आदि के चार्ट व मॉडल बनाए।

गणित विषय पर बच्चों ने प्रोबेबिलिटी, पाइचार्ट, पाइथागोरस, एंगल एण्ड प्रोपर्टी, 3-डी शेप्स आदि पर मॉडल व चार्ट बनाए। अंग्रेजी विषय पर बच्चों ने शॉपिंग मॉल, आर्टीकल्स, पार्ट ऑफ स्पीच, रूल्स ऑफ नरेशन, टैंसिज़, लाइफ, स्कैचिज़, बायोग्राफी ऑफ फेमस पर्सनैलिटीज़, रेलवे स्टेशन आदि पर मॉडल बनाए। इस प्रदर्शनी में कक्षा छठी की पारूल, सातवीं की आरूषी, दसवीं की गायत्री, वेदिका, कनिका दूबे, मनप्रीत, लविश, करणप्रीत, नौवीं के अनिकेत, बेबी, अनुराग, विशाल आदि बच्चों के मॉडल अति सराहनीय रहे।

स्कूल के प्रबन्धक श्री जीएस शर्मा जी ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। इस प्रकार के कार्यो के द्वारा बच्चों में आत्मविश्वास, नेतृत्व की भावना तथा प्रभावशाली ढंग से बोलने की कला का विकास होता है।
स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका कश्यप जी ने कहा कि इस प्रकार की क्रियात्मक व कलात्मक गतिविधियाँ स्कूल में समय-समय पर करवाई जाती है। साथ ही उन्होंने बच्चों को इसी तरह आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
