यमुनानगर। हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) यमुनानगर की इकाई ने शिक्षा विभाग में गुणात्मक सुधार व अपनी चिरलंबित जायज मांगों को लेकर हसला मुखिया परमजीत सिंह संधू के नेतृत्व में विधानसभा स्पीकर कंवरपाल और विधायक घनश्याम दास अरोड़ा को मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। विस अध्यक्ष व विधायक ने हसला की मांगों को ध्यान से सुना और अविलंब पूरा करने पर सहमति जताई। हसला जिला प्रधान संधू व महासचिव शशिकांत चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यमुनानागर हसला ने 29 अगस्त को भी अपनी मांगों व सुझावों को लेकर उपमंडल स्तर पर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था। किन्तु एक माह बीत जाने के बाद भी हसला की जायज मांगों पर सरकार व शिक्षा विभाग ने कोई सकारात्मक रुख नहीं दिखाया। लिहाजा संगठन के निर्णय के तहत दूसरे चरण में आज फिर विधायक को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रेस सचिव नीरज मानिकटाहला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि माननीय विधानसभा स्पीकर और विधायक अरोड़ा ने मांगों पर तुरंत समाधान करने का आश्वासन दिया। इसी के तहत उन्होंने हसला शिष्टमंडल की मुख्यमंत्री के साथ जल्द ही मीटिंग कराने का भी आश्वासन दिया। हसला राज्य कार्यकारिणी सदस्य वेदप्रकाश ने ज्ञापन में लिखित मांगों की जानकारी देते हुए बताया कि हसला सरकार से पांचवी और आठवीं कक्षा का बोर्ड बनाने, पुरानी पेंशन बहाल करने, पदोन्नति कोटा शत-प्रतिशत निर्धारित करने, ट्रांसफर ड्राइवर व रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया समयानुसार करने, नॉन-एचटेट व नॉन-बीएड वालों का गजट नोटिफिकेशन जारी करने, इंटरकॉलेज डिमांड, कॉलेज काडर में प्रमोशन का रास्ता खोलने, वेतन विसंगतियों को दूर करने, गैर-शैक्षणिक आदेशों पर रोक लगाने, समयानुसार पदोन्नति करने व रिक्त पदों को जल्द भरने, वाइस प्रिंसिपल का पद सृजित करने, प्राध्यापकों को पहला एसीपी ₹6000 देने, 2-टायर सिस्टम प्रणाली को लागू करने आदि की पुरजोर मांग करती है। इस मौके पर भारी तादाद में पदाधिकारी व प्राध्यापक साथी मौजूद थे।