परिसंघ की 466वीं मीटिंग संपन्‍न

#यमुनानगर_हलचल। हरियाणा ब्राह्मण परिसंघ की 466वीं मीटिंग संस्थापक पुरुषोत्तम दास शर्मा के घर पर हुई। परिसंघ की यह पहली डिजिटल मीटिंग थी, जिसमें सदस्‍यों ने वीडियो कॉलिंग से हिस्‍सा लिया।

संस्थापक श्री शर्मा ने भगवान श्री परशुराम जी आरती से मीटिंग का आगाज़ किया। मीटिंग को संबोधित करते हुए लोगों को कोरोना महामारी संकट के समय सरकार द्वारा जारी गाईडलाइन्‍स को मानने को कहा। उन्‍होंने कहा कि अब मास्‍क को हमें अपनी दिनचर्या का हिस्‍सा बना लेना चाहिए। शर्मा ने कहा कि हमें अपनी सफाई के साथ-साथ अपने घर की सफाई भी रखनी चाहिए। आजकल बारिश के समय में डेंगू के मच्‍छर न पनपें इसके लिए हमें अपने घर, कूलर, गमलों के साथ-साथ आस-पड़ौस में भी रूके हुए पानी की निकासी का विशेष ध्‍यान रखना होगा।

पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि कल रक्षाबंधन है जोकि प्यार के धागों का एक ऐसा पर्व है जो रिश्तों में नवीन ऊर्जा का संचार करता है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और बदले में भाई भी उनकी रक्षा का वचन देते हैं। आज, जब हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं तो बहनें भी भाइयों की रक्षा करने में किसी से पीछे नहीं है। उन्‍होंने कहा कि इस माह कृष्ण जन्माष्टमी भी है जोकि, भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे कृष्णाष्टमी, गोकुलाष्टमी, कन्हैया अष्टमी, कन्हैया आठें, श्री कृष्ण जयंती और श्रीजी जयंती प्रमुख नामों से भी जाना जाता है।

उन्‍होंने कहा कि वर्षों की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से 15 अगस्‍त 1947 में भारत को आजादी मिली थी। हालाँकि अंग्रेजों से आजादी पाना भारत के लिये आसान नहीं था, लेकिन कई महान लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे सच कर दिखाया। अपने सुख, आराम और आजादी की चिंता किये बगैर उन्होंने अपने भावी पीढ़ी को एक स्वतंत्र भारत देने के लिये, अपना जीवन बलिदान कर दिया।

लेकिन इस 15 अगस्त का स्वतंत्रता दिवस बहुत ही खास है और गर्व का विषय है अब कश्‍मीर भी भारत का अभिन्‍न अंग है। पुरुषोत्‍तम शर्मा ने सभी देशवासियों के अच्‍छे भविष्‍य के लिए भगवान परशुराम जी से प्रार्थना भी की।

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