यमुनानगर। हरियाणा ब्राह्मण परिसंघ की 438वीं मासिक मीटिंग शास्त्री पार्क स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में संपन्न हुई। परिसंघ संस्थापक पुरुषोत्तम दास शर्मा ने भगवान परशुराम जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्ज्वलित कर मीटिंग की शुरुआत की।
श्री शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म सनातन धर्म है जो भगवान परशुराम जी के जन्मरकाल 1 अरब 97 करोड़ 12 लाख 21 हजार 119 वर्ष से आरंभ होता है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प यह है कि श्री परशुराम जी, जो प्रथम भगवान मानव अवतार हैं उनकी आराधना पूजा हो और उनको उचित स्थानन मिले। इसके अलावा भगवान श्री राम और श्री कृष्ण1, हमारी संस्कृ,ति के सार तत्वई हैं। आज हमें अपने बच्चों को इन महापुरुषों के बारे बताने की जरूरत है ताकि वे वीर रस से ओत-प्रोत हो सकें। यहां वीर रस का अर्थ है कि हम अच्छी बातों के लिए लड़ाई लडें। जैसे भारत की आजादी के समय असंख्यव लोगों, बच्चों और योद्धाओं ने कैसे देश को आजाद करवाया।
श्री शर्मा ने कहा कि एक समय था जब लोग आश्रमों में शिक्षा ग्रहण करने जाते थे, जिससे बच्चेो मंदिर जाने, गुरुओं का आदर करना, अच्छे् संस्काार, सहनशीलता और शिष्टाकचार इत्या दि सीखते थे। उन्होंजने हिंदुओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे मंदिर में जरूर जाएं और उन्हेंर अपने बच्चों को भी ले जाना चाहिए। हम अपने धर्म ग्रंथों को पढ़ें, पूजा-पाठ करें, सत्यच का आचरण करें और अपनी संस्कृनति को बच्चों को भी बताएं। श्री शर्मा ने कहा कि हमारा हिंदू धर्म दो पहियों पर चल रहा है एक सहिष्णु ता और दूसरा प्रकृति उपासक। हम धरती को माता कहते हैं, जल, आकाश, वायु और अग्नि की पूजा करते हैं, जोकि हमारे धर्म का ही मूल मंत्र है। इसलिए आओ मंदिर की तरफ चलें, जाति-पाति से ऊपर उठें ताकि फिर एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके। मीटिंग में श्री शर्मा ने परिसंघ की तरफ से देशवासियों को स्व तंत्रता दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर रेणु कालिया, साहिल शर्मा, गोविंद शर्मा, रविंद्र पुंज, नीरज शर्मा, गोपाल और स्वाति शर्मा उपस्थित थे।