यमुनानगर (रादौर) । भारत के स्वर्णिम आर्य समाज इतिहास में पहली बार सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा अन्तराष्ट्रीय गुरूकुल महासम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जो विश्व को वैदिक संस्कृति, सभ्यता व संस्कार से जोड़ेगा। यह महासम्मेलन गुरूकुल कागडी हरिद्वार में आगामी 6 से 8 जुलाई को आयोजित होने जा रहा है जिसमें देश विदेश से लाखों की संख्या में आर्य प्रतिनिधि व आर्य समाज से जुड़ी संस्थाऐ संस्थागत रूप से शामिल होकर महासम्मेलन को सफल बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोडेगी। यह जानकारी जिला अध्यक्ष यमुनानगर सौरभ आर्य ने आर्यजन सम्पर्क एवम् पत्रक वितरण अभियान के तहत दी। सौरभ आर्य ने बताया की सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के अन्तराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आर्यवेश के कुशल मार्गदर्शन में महासम्मेलन सभी के सहयोग से चलेगा। महासम्मेलन का शुभारम्भ योगगुरु स्वामी रामदेव, मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद, मुख्यमंत्री उत्तराखंड त्रिवेन्द्र सिंह रावत, संसद् सदस्य राजस्थान स्वामी सुमेधानंद, मंत्री उत्तराखंड मदन कोशिक व मंत्री हरियाणा सरकार विपुल गोयल संयुक्त रूप से करेंगे तथा समापन समारोह के मुख्यअतिथि बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक होगे। आर्य ने कहा की इस महासम्मेलन के माध्यम से भारत सरकार से मांग की जायेगी की आर्ष शिक्षा प्रणाली को वैकल्पिक शिक्षा प्रणाली घोषित किया जाए। महासम्मेलन में गुरूकुल को केन्द्रीकृत कर वैदिक संस्कृत, गुरूकुल शिक्षा प्रणाली, वर्तमान शिक्षा प्रणाली का विकल्प, वेद विज्ञान सम्मेलन आयोजित होगा जो प्रेरणा व आकर्षण का केन्द्र बनेगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु परिषद के जिला पदाधिकारियों आचार्य धर्मेन्द्र शास्त्री, जयदेव आर्य, आर्य राकेश ग्रोवर, जितेन्द्र सैनी पूर्णगढ, राजकिशोर रीनकू, अशोक शास्त्री आदि सभी वैदिक ज्ञान आश्रम यमुनानगर के सन्यासी स्वामी सच्चिदानंद सरस्वती के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के माध्यम से सभी को महासम्मेलन के सूचना पत्रक सभी को भेंट किए जा रहे।