सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ उठायें अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान : मान

गुरु नानक देव जी के  550 वें प्रकाशपर्व के सम्बन्ध में गुरु नानक खालसा शिक्षण सँस्थाओं ने आयोजित किया सेमिनार
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के सदस्य प्रोफेसर ( डॉ० ) बलतेज सिंह मान रहे मुख्य अतिथि
यमुना नगर,। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशपर्व के सम्बन्ध में गुरु नानक खालसा शिक्षण सँस्थाओं की और से गुरु नानक देव जी का जीवन दर्शन नामक विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। खालसा शिक्षण संस्थाओ के सरपरस्त स: भूपिंदर सिंह जौहर ने संस्थान में आये अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी संस्थायों की और से कि गुरु नानक देव जी के मिशन एक पिता एक्स के हम बारिक को जीवन में धारण करते हुए इलाके के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया कि उनके संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने वाले ज्यादातर विद्यार्थी गरीब परिवारों से है । गुरु नानक खालसा कॉलेज के प्राचार्य डॉ० मंदीप सिंह ने कॉलेज की शैक्षिक, खेलकूद, रक्तदान, और अन्य क्रिया कलापों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनके कॉलेज को दो बार नेक टीम के द्वारा ए  ग्रेड से नवाजा जा चुका है। गुरु नानक शिक्षण संस्थान के सीईओ अमित ने टेक्निकल कोर्स समावेश किये जाने के बारे में जानकारी दी।
  कार्यक्रम में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग के सदस्य प्रोफेसर ( डॉ० ) बलतेज सिंह मान ने मुख्या अतिथि के रुप शिरकत की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि युवा शक्ति किसी भी देश का भविष्य हुआ करती  है परन्तु आज देश का युवा दिशाहीनता के चलते बिखराव की और अग्रसर हो रहा है ! उन्होंने कहा कि दिशाहीनता की इस स्थिति में युवा पीढ़ी को दशा और दिशा की जरूरत है। उन्होंने गुरु नानक खालसा शिक्षण संस्थाओ के सरपरस्त भूपिंदर सिंह जौहर की शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान की प्रशंसा करते हुए उन्हें राष्ट्रपति भवन की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और आहवान किया कि वह अपने संस्थान की प्रांगण में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की स्थापना करें ।
 सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है बल्कि जरूरत है जहाँ  छात्र छात्रायों को परम्परागत शिक्षा के अवसर मुहैया करवाए जाएँ। वहीँ उनका नैतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक स्तर पर  मनोबल बढ़ा कर देश की मूल्यवान धरोहर से जोड़ने का प्रयास किया जाये। उन्होंने कहा कि सरकार की और से अल्पसंख्यक शिक्षण सँस्थाओं और उनमें शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र छात्राओं के लाभार्थ स्कालरशिप, एजुकेशन लोन, आईएएस, एचसीएस हेतू फ्री कोचिंग, परंपरागत कला और हुनर सीखने के लिए ज्ञान ज्योति योजना जैसी अनेक कल्याणकारी योजनाये चलाई जा रही हैं जिन का लाभ उठाया जाना चाहिए तभी यह योजनायें सार्थक होंगी ।
सेमीनार में विचार प्रकट करते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी से रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ० जगबीर सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी के उपदेश आज भी उतने ही सार्थक हैं जितने कि उनके समय में थे ।  उन्होंने कहा कि  हमारे देश की संस्कृति, धर्म का ज्ञान और जीवनदर्शन सनातन रहा है जिसे बाद में सभी गुरुओं ने अग्रसर  किया।   गुरु जी की वाणी मानवीय चेतना को जगाने और जिन्दगी के अर्थों से जोड़ने का कार्य करती है।  उन्होंने कहा कि आज जरूरत है हम अपने देश के महापुरषों के प्रवचनों को जन मानस के साथ साँझा करें औैर ज्ञान की परम्परा से जीवन का तरीका सीखें। स्टेज सचिव की भूमिका डॉ अमृत कौर ने निभाई। कार्यक्रम में गुरु जम्बेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार के पूर्व उपकुलपति डॉ० के एल जोहर और समाजसेवी दीपक सोंधी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ० एनएस विर्क, राष्ट्रीय सिख संगत हरियाणा की अध्यक्ष हरजीत सिंह मोंगा, कॉलेज के वित् सचिव अमरदीप सिंह, महासचिव एचएस गुजराल, स्वर्ण सिंह अटवाल, बीएस बांगा और सभी विभागों के अध्यक्ष मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में मुख्या अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया !
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