बाढ़ इफेक्‍ट : सोम का पानी उतरा पर नज़र आई रेत और गाद

बिलासपुर में सोम नदी के समीप धान के खेतों में जमी रेत व गाद।
बिलासपुर में सोम नदी के समीप धान के खेतों में जमी रेत व गाद।
यमुनानगर (बिलासपुर)। पिछले लगभग दो दिन हुई बारिश के बाद उफान पर आई बरसाती नदियों के नुकसान मौसम के साफ होते ही नजर आने लगे है। सोम नदी के समीप लगते गांवों के खेतों में पानी उतर जाने के पश्चात किसानों के लिए स्थिति ओर भी भयानक हो गई है। कोई भी प्रशासिनक अधिकारी व प्रदेश सरकार का नुमाईदा स्थिति का जायजा लेने नही पहुंचा है।
गांव मलिक पुर बांगर, मुजाफ्त गांव में लगभग सौ एकड़ धान व गन्ने की फसल में रेत व गाद जमा होने से किसानों को लाखों रूपये का अर्थिक नुकसान होने के आसार है किसानों ने प्रदेश सरकार से तुरंत मौका कर विशेष गिरदावरी करवाने की गुहार लगाई है। शनिवार को सोमनदी में उफान आने से समीप के गांवों के लगभग दो सौ एकड़ फसल में पानी ने अपना कहर बरपाया था। पानी की मात्रा अधिक होने से किसानों को अपनी फसलों की चिंता सताने लगी थी। गांव मलिक पुर के किसान रजनीश कुमार, सुरेन्द्र कुमार, शांति कुमार, संदीप, वीर बहादुर, सतप्रकाश शर्मा, रोमपी शर्मा का कहना है कि रविवार की सुबह मौसम साफ होने पर जब वह अपने खेतों में गए तो वहां का नजारा देख कर उन्हें भारी दुख हुआ। धान केे अधिकतर सभी खेतों में नदी का पानी तो उतर गया है लेकिन पूरे खेत में नदी के  पानी के साथ आई रेत व गाद  व पानी जमा हो गया है। जिसके कारण पूरे खेत का लेवल भी खराब हो गया है ऐसी खराब स्थिति में खेत में खड़ी धान की फसल के पौधे का पनप पाना मुश्किल है। किसानों का कहना है नदी केे पानी से पशुओं के चारे की फसल भी खराब होने की कगार पर है जिसकेेकारण पशुओं के लिए चारे की समस्या आन खड़ी हुई है। ग्रामीणों का कहना है प्रदेश सरकार व प्रशासन की लापरवाही इस बात से साफ जाहिर होती है कि रविवार शाम तक  कोई भी प्रशासनिक अधिकारी व राजस्व विभाग का अधिकारी मौका करने नही आया है। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि  तुरंत प्रभाव से मौके का मुआवना कर प्रभावित किसानों को उनकी खराब हुई फसलों का मुआवजा दिया जाए।
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