Flipkart की झोली में जाएगी मुकेश अंबानी के सपोर्ट वाली कंपनी! फैसला जल्द
ऑन-डिमांड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Dunzo का अधिग्रहण करने के लिए देश की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart बातचीत कर रही है। आपको बता दें कि Flipkart को वॉलमार्ट का समर्थन प्राप्त है तो Dunzo में मुकेश अंबानी के रिलायंस और गूगल जैसे दिग्गज कंपनियों का दांव है।
जारी है बातचीत
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि Flipkart और Dunzo के बीच बातचीत अभी भी जारी है। फिलहाल Dunzo के स्वामित्व ढांचे से जुड़ी दिक्कतों की वजह से सहमति नहीं बन पा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिटेल वेंचर यानी रिलायंस रिटेल ने अभी तक सौदे को मंजूरी नहीं दी है। बता दें कि रिलायंस ने 2022 में $200 मिलियन में Dunzo में 26% हिस्सेदारी खरीदी थी।
संकट में है कंपनी
ये खबर ऐसे समय में आई है जब Dunzo नकदी की कमी से जूझ रही है। कंपनी ने हाल ही में छंटनी और सैलरी में देरी की घोषणा की थी। हाल ही में कंपनी के मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को एक इंटरनल मेल किया था। इस मेल में कहा गया- हम 30 मार्च 2024 तक बकाया राशि का भुगतान करने की राह पर हैं। हम स्वीकार करते हैं कि अतीत में अपनी प्रतिबद्ध समयसीमा का पालन करने में सक्षम नहीं रहे हैं। हालांकि, हम आपको आश्वस्त करते हैं कि आगे कोई देरी नहीं होगी। बता दें कि पिछले वर्ष में कंपनी ने अपनी लागतों पर नियंत्रण रखने के लिए कई उपाय किए हैं, जिसमें अपने सभी कर्मचारी खातों को बदलना, बेंगलुरु कार्यालय को खाली या बंद करना शामिल है।
कंपनी के बारे में
साल 2014 में कबीर बिस्वास द्वारा अंकुर अग्रवाल, दलवीर सूरी और मुकुंद झा के साथ स्थापित इस कंपनी के निवेशकों में रिलायंस रिटेल वेंचर्स, लाइटबॉक्स वेंचर्स और ब्लूम वेंचर्स शामिल हैं। यह कंपनी 2022 तक यूनिकॉर्न या एक अरब डॉलर से अधिक के मूल्यांकन वाली कंपनी बनने की राह पर थी लेकिन वित्त वर्ष 2023 में ₹1,802 करोड़ का घाटा दर्ज किया।