फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य

#यमुनानगर हलचल। भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए खरीफ की 13 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि केन्द्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए खरीफ की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाते हुए सामान्य धान का मूल्य 1868 रूपये किया है जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1815 रूपये था। उन्होंने बताया कि ए-ग्रेड धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 1835 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 1888 रूपये किया गया है। बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 2000 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 2150 रूपये किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि ज्वार का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 2550 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 2620 रूपये, मकई (मक्की) का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 1760 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 1850 रूपये, तुर (अरहर)का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 5800 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 6000 रूपये,  उड़द का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 5700 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 6000 रूपये, मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 7050 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 7196 रूपये, कपास (मीडियम स्टेपल) का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 5255 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 5515 रूपये, कपास (लॉग स्टेपल)का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 5550 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 5825 रूपये किया गया है।
उपायुक्त मुकल कुमार ने बताया कि मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 5090 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 5275 रूपये, सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 3710 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 3880 रूपये तथा देश के अन्य राज्यों एवं भागों में पैदा की जाने वाली नाईजरसीड फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य वित्त वर्ष 2019-20 में 5940 से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020-21 में 6695 रूपये किया गया है।
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