किसानों को नहीं मिला गन्‍ने का 136 करोड बकाया

रादौर मे गन्‍ने के भुगतान को लेकर गांव टोपरा में सरकार व शुगरमिल के विरूद्ध नारेबाजी करते किसान। 
रादौर मे गन्‍ने के भुगतान को लेकर गांव टोपरा में सरकार व शुगरमिल के विरूद्ध नारेबाजी करते किसान। 
रादौर। गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर भारतीय किसान यूनियन की एक बैठक का आयोजन गांव टोपरा में शनिवार को किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश संयोजक बाबुराम गुंदयाना व जिला प्रधान संजू गुंदयाना ने की। बैठक में किसानों के लगभग 136 करोड़ रूपए का भुगतान सरस्वती शुगरमिल द्वारा न किए जाने पर किसानों ने सरकार व शुगर मिल के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। भुगतान न होने पर किसानों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि यदि 10 दिनों तक शुगरमिल यमुनानगर द्वारा किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं किया गया तो किसान सडकों पर अनिश्चितकालीन  आंदोलन करने के लिए मजबुर हो जाएंगे। जिसके लिए सरकार व शुगरमिल जिम्मेवार होंगे। बाबुराम गुंदयाना व संजू गुंदयाना ने कहा कि प्रदेश के नीजि शुगरमिलों की ओर प्रदेश के किसानों का लगभग 3 अरब रूपया बकाया है। लेकिन शुगरमिल किसानों का भुगतान करने के लिए गंभीर नहीं है। भुगतान न होने से किसानों का आर्थिक संकट से झूझना पड रहा है। किसानों को अपनी धान व अन्य फसलों के लिए भुगतान की जरूरत है। लेकिन किसानों की पेमेंट शुगरमिल की ओर बकाया है। ऐसे में किसान न तो अपने बिजली के बिलों का भुगतान कर पा रहे है और न ही अपने बच्चों  का  शिक्षण संस्थाओं में दाखिला करवा पा रहे है। किसान मजबुरी में आढतियों से ब्याज पर पैसा लेकर अपना गुजारा कर रहा है। ब्याज के पैसे से फसलों को तैयार कर रहा है। लेकिन उसका अपना पैसा शुगरमिलों की ओर बकाया खडा है। गन्ने का भुगतान न होने से किसानों को खेती करना मुश्किल हो गया है। किसान नेताओं ने सरकार व शुगरमिलों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 10 दिनों तक गन्ने का भुगतान नहीं हुआ तो किसान सडकों पर उतरने के लिए मजबुर हो जाएंगे।
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