यमुनानगर /रादौर। 17 अक्टूबर को शहर के मुकंदलाल नैशनल कॉलेज में होने वाले कक्षा प्रतिनिधि (सीआर)के चुनावों को लेकर कुल 18 उम्मीदवारों ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर छात्र छात्राओं में दिनभर होड लगी रही। छात्रसंघ के चुनावों को लेकर प्रशासन की ओर से कॉलेज में शुक्रवार को भारी भारी पुलिसबल सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किया गया। चुनावों को लेकर थाना रादौर प्रभारी सब इंस्पैक्टर दिनेशसिंह ने कॉलेज का दौरा कर सुरक्षा को लेकर कॉलेज परिसर का निरीक्षण किया। वहीं कॉलेज में आने वाले हर छात्र छात्रा का आईकार्ड चैक किया गया। बिना आईकार्ड के कॉलेज में किसी को प्रवेश नहीं दिया गया।
इन उम्मीदवारों ने भरा नामांकन पत्र – 17 अक्टूबर को होने वाले छात्र चुनावों क ो लेकर शुक्रवार को बीए प्रथम वर्ष में कक्षा प्रतिनिधि के पद को लेकर पांच उम्मीदवारों विक्की, रवीना, श्वेता, यतिशा व आरती देवी ने पर्चा भरा। बीए द्वितीय वर्ष में दो उम्मीदवारों आकांशा व काजल ने पर्चा भरा, बीए फाईनल में दो उम्मीदवारों मीनाक्षी व शालिनी ने पर्चा भरा। बीकॉम प्रथम वर्ष में दो उम्मीदवारों अमन वर्मा व यतिन ने पर्चा भरा। बीकॉम द्वितीय वर्ष में तीन उम्मीदवारों सुमित सिडाना, कनिष्क व प्रियंका ने पर्चा भरा। जबकि बीकॉम फाईनल में शिवानी देवी, शिवनारायण, साहिल गोयल, सचिन कुमार ने पर्चा दाखिल किया। मजे की बात यह रही की 18 उम्मीदवारों से 10 लडकियों ने कक्षा प्रतिनिधि के पद के लिए अपनी दावेदारी जताई है। प्रिंसिपल सूनील गर्ग ने बताया कि शनिवार 13 अक्टूबर को नामाकंन पत्र वापिस लिए जा सकते है। जिसके बाद चुनाव मैदान में बचे उम्मीदवारों का 17 अक्टूबर को मुकाबला होगा।
48 वर्षों में पहली बार कॉलेज में बनेगी छात्रा प्रधान –
17 अक्टूबर को अप्रत्यक्ष रूप से होने जा रहे छात्र चुनावों को लेकर शुक्रवार को मुकंदलाल कॉलेज रादौर में ड्रा प्रणाली से छात्र संघ का प्रधान पद आरक्षित किया गया। प्रिंसिपल सूनील गर्ग की मौजूदगी में निकाले गए ड्रा में प्रधान पद छात्रा के लिए आरक्षित हुआ है। इस प्रकार कॉलेज के 48 वर्षो के इतिहास में पहली बार कॉलेज में चुनावों के बाद कोई छात्रा प्रधान बनेगी। 1971 में मुकंदलाल संस्था द्वारा खोले गए कॉलेज में अब तक केवल छात्र ही प्रधान पद पर कब्जा करते आ रहे थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। प्रधान पद छात्रा के लिए आरक्षित हो चुका है। इसलिए अब प्रधान पद को लेकर छात्राओं में घमासान होना तय है। छात्रा के लिए प्रधान पद आरक्षित होते ही 10 छात्राओं ने कक्षा प्रतिनिधि के पद को लेकर दावा ठोक दिया। जबकि इसके मुकाबले केवल 8 छात्र ही चुनाव मैदान में है। अब देखना है कि कौन छात्रा प्रधान पद कब्जा करेगी।
1996 से पहले कई छात्र बन चुके है प्रधान – 1971 में स्थापित किए शहर के मुकंदलाल कॉलेज में कई छात्र प्रधान बन चुके है। इस दौरान कई बार चुनाव न होने पर प्रधान पद खाली रहा। प्रिंसिपल सूनील गर्ग ने बताया कि 1978 में श्यामलाल सैनी निवासी भागुमाजरा प्रधान पद रह चुके है। उसके बाद 1979 में समयसिंह खुर्दबन, 1980 में बलिन्द्र बाल्यान धौलरा, 1981 में कर्मसिंह भागुमाजरा, 1988 में धर्मबीर ढांडा कण्डरौली, 1992 में मौजूदा नगरपालिका पार्षद जसवंतसिंह बंचल, 1993 में सुरेश कुमार जंधेडा, 1994 में सुशील गुर्जर हिनौरी प्रधान पद पर रह चुके है। अबकि बार किसी छात्र की बजाय छात्रा प्रधान पद पर विराजमान होगी।