हरियाणा हलचल।कुरुक्षेत्र/उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि कुरुक्षेत्र के सभी कार्यालयों की पुरानी और नई फाईले सुशासन दिवस 25 दिसम्बर से ई-आफिस से ही चलेंगी। इसलिए सभी विभागों के अधिकारी ई-आफिस से फाईलों को मूव करने की सभी तैयारियां पूरी कर ले। इस मामले को गम्भीरता से लेकर कार्य करना होगा और थोड़ी सी भी लापरवाही सहन नहीं होगी।
लघु सचिवालय उपायुक्त कार्यालय में ई-आफिस का शुभारम्भ करने के उपरांत बातचीत कर रही थी। इससे पहले उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने ई-आफिस के विधिवत रुप से शुरुआत करते हुए पीएलए कार्यालय की बाजवा गन हाउस पिहोवा से सम्बन्धित पहली फाईल को ई-आफिस के माध्यम से मूव किया।
उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस पर सरकारी कार्यालयों में कागजी कार्रवाई का प्रचलन पूर्णत: बंद हो जाएगा। सभी सरकारी कार्यालयों में डिजीटल फोरम में काम किया जाएगा ताकि कुरुक्षेत्र जिले के सभी कार्यालय ई-आफिस बनकर पेपरलैस बने। इससे लोगों को भी फायदा होगा तथा सरकारी कार्यालयों में पूरा डाटा कम्पयूटर में सुरक्षित रहेगा और क्लीक करते ही प्रत्येक फाईल अधिकारी के साथ-साथ मुख्यालय में बैठे अधिकारी के समक्ष होगी। इससे सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता आएगी और सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूरे हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार 30 नवम्बर 2020 के बाद कोई भी नई फाईल कागजी रुप में नहीं चलेगी, सभी कार्य डिजीटल फोरम में किए जाएंगे तथा सुशासन दिवस 25 दिसम्बर तक सभी पुरानी और नई फाईलों को डिजीटल फोरम का स्वरुप दिया जाएगा ताकि 25 दिसम्बर के बाद सरकारी कार्यालयों में कागजी कार्रवाई बंद हो सके और सारा काम ई-आफिस के माध्यम से ही चले। इससे पहले कुछ दिनों में अधिकारियों, कर्मचारियों को कुछ दिक्कते जरुर आ सकती है, लेकिन ई-आफिस के मिशन को किसी भी सूरत में पूरा करना होगा।
ई-आफिस बनने के उपरांत एक बहुत बड़ी क्रांति और बदलाव देखने को मिलेगा। इस क्रांतिकारी बदलाव को लाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को ई-आफिस को लेकर पूरी ईमानदारी के साथ प्रशिक्षण ग्रहण करना होगा। इस जिले में ई-आफिस को लेकर प्रशिक्षण देने का कार्य शुरु कर दिया गया है। सभी अधिकारी और कर्मचारी अधिक से अधिक और कई बार प्रशिक्षण ले ताकि ई-प्रशिक्षण प्रणाली के बारे में निपुण हो सके।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं प्रत्येक कार्यालय में एक अधिकारी को ई-आफिस के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए। यह नोडल अधिकारी कार्यालय में मास्टर ट्रेनर का भी काम करेगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यालय के एचओडी को खुद कम्पयूटर चलाने की आदत डालनी होगी और उसे कम्पयूटर आप्रेटर का सहारा लेने की जरुरत नहीं होने चाहिए। जब एचओडी ई-आफिस के कार्य में कुशल होगा तो किसी प्रकार की परेशानी सामने नहीं आएगी। इस मौके पर एसडीएम थानेसर अखिल पिलानी, जिला परिषद के सीईओ अश्विनी मलिक, सीएमजीजीए आशिमा टक्कर, सीटीएम प्रीतपाल सिंह, एआईपीआरओ बलराम शर्मा, पीएलए राकेश कुमार सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।