रादौर। सिक्खों के पांचवे गुुरु अर्जुन देव जी का शहर के सिंह सभा गुरुद्वारे में शहीदी दिवस मनाया गया। सिंह सभा रादौर की ओर से आयोजित कार्यक्रम में रागी बलबीरसिंह ने कीर्तन व कथा के माध्यम से गुरु अर्जुनदेव जी की महिमा का संगत में गुणगान किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार गुरु अर्जुन देव जी ने धर्म के लिए त्याग किया था। वह त्याग की मुर्ति थे। उनकी शिक्षाएं सबके लिए मार्गदर्शक का काम कर रही है। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को दूसरों की भलाई में लगाना चाहिए। इससे हम अपने गुरुओं के सपनों का समाज बना सकते है। गुरु अर्जुन देव जी शांति के पुजारी थे और उन्होंने धर्म के लिए अपने आप को कुर्बान कर लिया था। दुश्मनों ने उन्हें अनेक यातनाएं दी, लेकिन गुरु अर्जुन देव जी ने धर्म का मार्ग नहीं छोडा और अपने मार्ग पर अटल रहे। शहीदी दिवस के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए गुरु के लंगर का आयोजन किया गया था। लंगर में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। वहीं गुरुद्वारा सिंहसभा में श्रद्धालुओं के लिए छबील लगाई गई थी। जहां श्रद्धालुओं को मीठा पानी पिलाया गया। इस अवसर पर प्रधान त्रिलोचनसिह टोची, अवतारसिंह, जसविन्द्रसिह, अमरीकङ्क्षसह, सतनामसिंह, बलदेवसिंह, इन्द्रसिंह, बक्शीश सिंह सरदार मेजरसिंह, दीदारसिंह गाबा, गुरमीतसिंह गाबा, मनमोहनसिंह औजला, मास्टर अर्जुनङ्क्षसह, जगमोहनसिंह औजला, नीटा सरदार, सोनु सरदार, सतविन्द्रसिंह रिंकू, राजकुमार शर्मा, एमसी भगवतदयाल कटारिया, रमेश कुमार, बिसम्बर दास, गणेश दास, भगवानदास, मेघराज आदि मौजूद थे।