कंप्यूटर साइंस विभाग की ओर से आयोजित टेक फेस्ट में 250 छात्राओं ने लिया हिस्सा
Yamunanagar Hulchul : डीएवी गर्ल्स कॉलेज के कंप्यूटर साइंस विभाग की ओर से दो दिवसीय टेक फेस्ट रिबुट का आयोजन किया गया। 250 छात्राओं ने पोस्टर मेकिंग, सूचना प्रौद्योगिकी प्रश्नोत्तरी, सुधार कौशल, विज्ञान प्रदर्शनी व पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन में भाग लिया। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. आभा खेतरपाल व कंप्यूटर साइंस विभाग अध्यक्ष डॉ. रचना सोनी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
डॉ. रचना सोनी ने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान छात्राओं ने क्लाउंड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशिन इंटेलीजेंस, एमाजॉन वेब सर्विसिज, डिजिटल इंपावरमेंट, साइबर सिक्योरिटी, डेटा साइंसिज़, कोविड-19 में आइओटी का योगदान विषय पर उपरोक्त प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
विज्ञान प्रदर्शनी में कंप्यूटर साइंस, रसायन, भौतिकी, मनोविज्ञान, वनस्पति विज्ञान विभाग की छात्राओं ने भी भाग लिया। निर्णयक मंडल में बायो साइंस विभाग अध्यक्ष डॉ. सुनीता कौशिक, अंग्रेजी विभाग अध्यक्ष डॉ. विनित, मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष शालिनी छाबड़ा तथा गणित विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर संगीता गोयल शामिल रहीं।
इस प्रकार रहा परिणाम :
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बीसीए अंतिम वर्ष की श्रुति ने पहला, किंजल ने दूसरा तथा बी.कॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन प्रथम वर्ष की रमनदीप ने तीसरा स्थान अर्जित किया। बीसीए द्वितीय वर्ष की प्रियंका को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में बीसीए द्वितीय वर्ष की इशा व वंशिता की टीम ने पहला, बीएससी कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की प्रियंका व खुशवंत की टीम ने दूसरा तथा बीसीए अंतिम वर्ष की महक व रिया की टीम ने तीसरा स्थान अर्जित किया।
सुधार कौशल में बीएससी कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की प्रियंका ने पहला, बीसीए अंतिम वर्ष की महक सैनी ने दूसरा तथा एमएससी कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की शिखा ने तीसरा स्थान अर्जित किया। बीएससी कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की आक्षी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया।
पीपीटी में बीसीए प्रथम वर्ष की अंशिका व रूपाली तथा बी.कॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन प्रथम वर्ष की सिरमरन को संयुक्त रूप से पहला पुरस्कार दिया गया। बीएससी कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की राधिका व खुशवंत कौर ने दूसरा तथा बीसीए अंतिम वर्ष की महक सैनी ने तीसरा स्थान अर्जित किया। बी.कॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन प्रथम वर्ष दिया को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।