एडवांसिस इन कंप्यूटिंग विषय पर ऑन लाइन सेमीनार आयोजित 

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यमुनानगर हलचल। हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित डीएवी गल्र्स कॉलेज के कंप्यूटर साइंस विभाग की ओर से एडवांसिज इन कंप्यूटिंग विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आभा खेतरपाल व कंप्यूटर साइंस विभाग  अध्यक्ष डॉ. रचना सोनी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। संगोष्ठी में हरियाणा, चंडीगढ़, भोपाल, पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के 120 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
डॉ. रचना सोनी ने सभी प्रतिभागियों का विधिवत रूप से परिचय प्रस्तुत किया। साथ ही कहा कि आज कंप्यूटिंग विज्ञान ने अपने क्षितिज को बड़ा कर लिया है। आज बहु अनुशासनिक संदर्भों के तहत अभ्यास किया जाता है। जिसने सैद्धांतिक और व्यावहारिक दृष्टिकोणों को नई चुनौतियां पेश कीं। कम्प्यूटिंग एक रोमांचक और विकसित क्षेत्र है।
संगोष्ठी के प्रथम सत्र की अध्यक्षता यूनिवर्सिटी कॉलेज कुरुक्षेत्र के कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर डॉ. अश्वनी कुश ने की। जबकि एनआईटी कुरुक्षेत्र के कंप्यूटर साइंस विभाग के डॉ. जतिंदर छाबड़ा मुख्य वक्ता रहे। डॉ. छाबड़ा ने फ्यूचरिस्टिक कम्प्यूटिंग पर चर्चा की और बताया कि कैसे हम बड़े आकार के कंप्यूटरों से पोर्टेबल कंप्यूटरों की ओर बढ़ते हैं। उन्होंने कम्प्यूटिंग, डिजिटली इनेबल्ड गारमेंट्स, फोल्डेबल कंप्यूटर और आई कम्प्यूटिंग इत्यादि का उदाहरण देकर कंप्यूटिंग में हुई प्रगति से प्रतिभागियों अवगत कराया।
जम्मू कश्मीन विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग एवं आईटी विभाग के डॉ. विनोद शर्मा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर चर्चा की। जबकि डॉ. अश्वनी कुश ने नवीनतम प्रौद्योगिकी प्रगति पर अपने विचार सांझा किए।
शाम के सत्र में यदवेंद्र कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग तलवंडी साबो, पंजाब के डॉ. सवांत सिंह,  डॉ. विशाल दताना (कम्प्यूटिंग मिडिल ईस्ट कॉलेज, मस्कट, ओमान व डॉ. अनुज गुप्ता (पंजाब विश्वविद्यालय) ने अध्यक्षता की।
डॉ. स्वतंत्र सिंह ने डेटा लिसनिंग पर चर्चा की। डॉ. विशाल दत्ताना ने शिक्षण और सीखने के लिए प्रौद्योगिकी उपकरणों के उपयोग पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने छात्रों को वर्चुअल क्लास में शामिल करने और उसे ज्यादा आकर्षित बनाने के बारे कें बताया। जीएनजी कॉलेज यमुनानगर की डॉ. आरती सिंह ने संगोष्ठी के दौरान प्रस्तुत 30 शोधपत्रों की प्रस्तुति सत्र की अध्यक्षता की। कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग की प्राध्यापिका गौरी सूद, देविंदर कौर, टेनिशियन अनिल नंदा  व इंद्रजीत कथूरिया ने सहयोग दिया।
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