देश के विकास के लिए समाजिक समरसता जरूरी: ज्ञानानंद
यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कॉलेज व सामाजिक समरसता मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सामाजिक समरसता प्रतियोगिता के पारितोषिक वितरण समारोह में गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए। राज्य मानवाधिकार आयोग हरियाणा सदस्य केसी पुरी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिकरत की। डेरा बाबा लाल दास कपाल मोचन के संत निर्मल दास जी महाराज विशिष्ट अतिथि रहे। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डा. विभा गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि सामाजिक समरसता आज की जरूरत है। राष्ट्र का विभाजन इच्छा शक्ति कमजोर होने की वजह से हुआ। जब लक्ष्य व्यापक होता है, तब इच्छा शक्ति कमजोर होती है। जहां सोच में स्वार्थ हावी होगा, तो वहां दिक्कतें बढ़ जाएगी। जब हम कार्य क्षमताओं का उपयोग करके राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखते हैं, तो इच्छा शक्ति मजबूत होती है। उन्होंने छात्राओं से लक्ष्य को ऊंचा रखने, भाव को सच्चा तथा विश्वास को पक्का रखने का आह्वान किया। देश में क्षमताओं को बांटने वालों का सम्मान हुआ है, उसका नहीं जिसने बटौरा है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि सागर बटौरने का काम करता है, जबकि बादल बांटने का। बादलों को देख सभी झूमने लगते हैं, लेकिन सागर को देखकर नहीं। आज देश को जोडऩे की आवश्यकता है, बांटने की नहीं।
श्रीमद्भगवत गीता में भी कहा गया है कि भविष्य की चिंता वर्तमान के स्त्रोत को कमजोर करती है। गीता के श्रीकृष्ण के लिए सब समान है। अगर जात-पात के चक्कर में पड़ेंगे, तो देश का विकास नहीं होगा।
हरियाणा राज्य मानवाधिकार आयोग सदस्य एवं पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से सेवानिवृत जज केसी पुरी ने कहा कि समाज में समरसता कैसे रख सकते हैं, इस पर विस्तार से चर्चा की। भाईचारे से ही देश की तरक्की संभव है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रांत प्रचारक विजय कुमार ने कहा कि आज समरसता को बढ़ावा देने की जरूरत है। देश विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। हिंदूत्व ही जीवन की पद्धति है। मौके पर यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, संगीता सिंघल, समाजसेवी रामनिवास गर्ग, विभाग संयोजक सुरेंद्र कुमार, जिला संयोजक सतपाल शर्मा, जिला सहसंयोजक बनारसी, बिरमजीत, जगदीश कुमार, सेवानिवृत डीएसपी फूलचंद विमल गर्ग रादौर, डा. विश्वप्रभा, डोली लांबा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मंच संचालन डा. उदयभान ने किया।
इन विद्यार्थियों को किया सम्मानित-
स्कूल स्तरीय कवितापाठ प्रतियोगिता में डीएवी पब्लिक स्कूल रादौर की महक ने पहला, मुस्कान ने दूसरा तथा डीएवी पब्लिक स्कूल की तनिष्का ने तीसरा स्थान अर्जित किया। समूह नृत्य में संत निश्चल सिंह पब्लिक स्कूल की टीम ने पहला, डीएवी पब्लिक स्कूल रादौर ने दूसरा तथा राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल रादौर ने तीसरा स्थान अर्जित किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में गुर्जर कन्या विद्यालय देवधरकी वैशाली ने पहला, यशिका ने दूसराा तथा आर्य कन्या महाविद्यालय जगाधरी की पूजा ने तीसरा स्थान अर्जित किया। गायन में एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जगाधरी हिमांशी ने पहला, न्यू हैप्पी पब्लिक स्कूल यमुनानगरकी जागृति ने दूसरा तथा डीएवी पब्लिक स्कूल यमुनानगर की मानसी ने तीसरा स्थान अर्जित किया। भाषण प्रतियोगिता में डीएवी पब्लिक स्कूल रादौर के हेमंत ने पहला, डीएवी पब्लिक स्कूल की श्रुति ने दूसरा तथा एसडी पब्लिक स्कूल जगाधरी की चारू ने तीसरा स्थान अर्जित किया।
कॉलेज स्तरीय सोलो डांस में डीएवी गल्र्स कॉलेज की ममता ने पहला, एमएलएन कॉलेज रादौर की हरप्रीत ने दूसरा स्थान अर्जित किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में गुर्जन कन्या महाविद्यालय देवधर की हेमंत ने पहला, डीएवी कॉलेज फॉर गल्र्स यमुनानगर की लिवांशी ने दूसरा तथा राजकीय महाविद्यालय रादौर की ज्योति देवी ने तीसरा स्थान अर्जित किया। गायन में डीएवी कॉलेज फॉर गल्र्स यमुनानगर की रागनी अव्वल रही। भाषण प्रतियोगिता में डीएवी कॉलेज फॉर गल्र्स की संजना मेहंदीरत्ता ने पहला, गुर्जर कन्या महाविद्यालय की नेहा ने दूसरा तथा डीएवी कॉलेज फॉर गल्र्स यमुनानगर की प्रियंका ने तीसरा स्थान अर्जित किया। कवितापाठ प्रतियोगिता में डीएवी कॉलेज फॉर गल्र्स यमुनानगर की अनुष्का ने पहला, शगुन ने दूसरा तथा गुर्जर कन्या महाविद्यालय देवधर की यशस्वनी ने तीसरा स्थान अर्जित किया।