शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक संतुष्टि के लिए योग जरूरी: डा. गुप्ता
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर डीएवी कॉलेज में स्टाफ व छात्राओं ने किया योगाभ्यास
यमुनानगर। डीएवी गल्र्स कॉलेज परिसर में वीरवार को चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस सेलीब्रेट किया गया। जिसमें प्रोटोकॉल के मुताबिक कॉलेज के स्टाफ तथा छात्राओं योग क्रियाएं करवाई गई। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डा. विभा गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
डा. विभा गुप्ता कहा कि योग के जरिए असाध्य रोगों से भी मुक्ति पाई जा सकती है। योग से हमें शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक व सामाजिक स्वास्थ्य की संतुष्टि मिलती है। नियमित अभ्यास करने से मानसिक तनाव, डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, शुगर, मोटापा, पेट संबंधी रोग, ह्रदय संबंधी रोग, कमर दर्द व गर्दन दर्द इत्यादि को ठीक किया जा सकता है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे प्रतिदिन सुबह के समय ३० से ४५ मिनट नियमित रूप से योगाभ्यास करें। ताकि वे उपरोक्त बीमारियों से बचे रह सकें। यही योग का उद्देश्य है कि स्वस्थ व्यक्ति को स्वास्थ रखना तथा अस्वस्थ को स्वस्थ बनाए रखना।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रोटोकॉल के सभी आसन, प्राणायाम, ध्यान एवं शांति पाठ करवाया गया। जिसमें योग विभाग के टीचर्स ने सहयोग दिया। योग विभाग के प्राध्यापक प्रदीप शर्मा ने प्रार्थना द्वारा योग का आरंभ करवाया। सभी अभ्यासियों को सही तरह से आसन करवाने में विभाति शर्मा, रंजना कांबोज, रिम्मी यादव, नेहा कांबोज, बॉबी ठाकुर, नीलम देवी, वेदप्रकाश व सुमित चौधरी ने सहयोग दिया। प्रदीप शर्मा ने साधकों को योग क्रियाएं करवाई। जिसमें प्रोटोकॉल के अनुसार सुक्ष्म आसनों से योग की शुरूआत की गई। जिसमें ग्रीवा संचालन, सकन्ध संचालन, कटि संचालन, घुटना संचालन किए गए। इसके उपरांत कुछ खड़े होने वाले आसन करवाए गए। जिसमें ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन करवाए गए साथ ही उनके लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद बैठकर किए जाने वाले आसन करवा गए। जिसमें भद्रासन, वज्रासन, अर्धउष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शंशाकासन, उतान मण्डूक आसन, वक्रासन करवाए गए। इसके उपरांत उदर के बल लेट कर किए जाने वाले मक्रासन, भुजंग आसन, शलभासन करवाए गए। पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले सेतुबंध आसन, उत्तानपाद आसन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन और शवासन करवाया गया। फिर कपालभाति करवाया गया। इसके उपरांत साधकों को प्राणायाम करवाया गया। जिसमें नाड़ी शोधन प्राणायाम, शीतली प्राणायाम भ्रामरी प्राणायाम करवाया गया। एकाग्रता को बढ़ाने के लिए ध्यान भी करवाया गया। इसके उपरांत संकल्प व शांति पाठ भी करवाया गया। विभाग की छात्राओं ने योगाभ्यास का डेमो प्रस्तुत किया गया। डा. गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किए। मौके पर पंजाबी विभागाध्यक्षा डा. गुरशन कौर व डोली लांबा सहित अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहें।