यमुुनानगर। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश भर के धर्मगुरूओं, संतजनो, वरिष्ठजनों से चर्चा करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये उनके सहयोग की अपील की और कहा कि इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए धर्मस्थलों पर भीड़ एकत्रित न होने दें, जो भी धार्मिक कार्यक्रम या पूजा-पाठ हो, वह अपने घर पर ही बैठकर श्रद्धापूर्वक करने का संदेश लोगों को दें ताकि हम सब मिलकर कोरोना के संक्रमण पर काबू पा सकें।
वी.सी. की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया में कोविड-19 कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। केन्द्र व राज्य सरकारें इस महामारी पर अंकुश लगाने के लिये पुरजोर तरीके से कार्य कर रही हैं। इस संकट की घड़ी में हम सबको मिलकर सरकार द्वारा समय-समय पर जारी हिदायतों की पालना करके इस संक्रमण को फैलने से रोकना है। सभी धर्मगुरूओं का भी दायित्व बनता है कि वे धर्म स्थानों के माध्यम से संदेश दें कि हमें धर्म सम्बन्धी अपना कोई भी सामाजिक और अध्यात्मिक आयोजन अपने घर पर ही करना है। उन्होंने प्रदेश में धार्मिक संस्थानों द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं सावधानियों बारे भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अपील की कि समाज में भाईचारा एवं सौहार्द बना रहे, यदि किसी में कोरोना के लक्षण है तो उसके प्रति सहानुभूति का भाव रखते हुए कार्य करना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक इस कार्य को बखूबी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मार्च मास के बाद जमात से सम्बन्धित जो व्यक्ति हैं, स्वास्थ्य की दृष्टि से उन्हीं के टैस्ट लिये जा रहे हैं। एहतियात के तौर पर उनकी रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद भी उन्हें क्वारनटाइन किया जाता है। दूसरे टैस्ट के बाद उनकी रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद उन्हें फिट घोषित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि संकट की घड़ी में सभी आगे आकर अपनी-अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं, इसीलिये संत समाज भी समर्पण भाव से कोरोना रिलीफ फंड में अपना सहयोग दें। प्रदेश भर में धर्म गुरूओं व संत जनो ने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रबन्धों एवं हिदायतों की सराहना की।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने वी.सी. के दौरान मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि जिला में सामाजिक संस्थाओं द्वारा बेहतरीन योगदान दिया जा रहा है। लोगों द्वारा भी लॉक डाउन की हिदायतों की पालना की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला में प्रवासी श्रमिकों को शैल्टर होम में रखा गया है, जहां पर उनके रहने, खाने-पीने की व्यापक व्यवस्था की गई है। सामाजिक संस्थाओं द्वारा वहां पर भोजन की व्यवस्था सुचारू रूप से की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। इसीलिये धर्मगुरू भी समाज के लोगों को प्रेरित करें कि लॉक डाउन के दौरान हिदायतों की पालना करना सुनिश्चित करें। किसी भी तरह का धार्मिक आयोजन धार्मिक स्थलों में न करें।
इस मौके पर जिला के धर्मिक संस्थाओं से समता योग आश्रम जगाधरी से सतीश चौपाल, अग्रवाल सभा जगाधरी से मनोज गुप्ता, श्रीगौरी शंकर अमरनाथ सेवा मण्डल जगाधरी से राजीव बंसल, साई सौभाग्य संस्था यमुनानगर से निपुण गर्ग, कल्याण सेवा संस्थान एफपीआई से डॉ. इंदु कपूर, युवा सेवा एसोसिएशन यमुनानगर गगन कटोच, महाऋषि वेद व्यास समिति बिलासपुर सुभाष गौड, राधा कृष्ण सेवा मण्डल बिलासपुर से राजीव कुमार, श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति से भारत भूषण बंसल, हैल्पींग हैण्ड ग्र्रुप से डॉ. नरेन्द्र शाही, जीवन दीपक सामाजिक संस्थान डॉ. अजय मिश्रा, शांति फाउंडेशन कुमारी प्रिया अरोड़ा,अग्रवाल युवा मंच जगाधरी से राजेन्द्र गोयल, जन कल्याण परिषद जगाधरी से महेन्द्र गोयल, जगाधरी सेवा समिति के संदीप गोयल मौजूद रहे।