यमुनानगर। विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 2018 के उपलक्ष मे सिविल सर्जन, डा0 कुलदीप सिंह द्वारा जन-जागरूकता रथ को हरी झंडी देकर नागरिक हस्पताल यमुनानगर से जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर उप सिविल सर्जन परिवार कल्याण, यमुनानगर, डा0 रमेश कुमार, डा0 वी0के जैन, डा0 विजय परमार, डा0 राजेश परमार, डा0 वी0 पी0 मान, सुदेश काम्बोज जिला मास मीडिया अधिकारी व अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा इस रथ का स्वागत किया गया।
इस वर्ष के थीम “एक सार्थक कल की शुरूवात, परिवार नियोजन के साथ”, के महत्व पर प्रकाश डाला गया जिसकी सफलता के लिए सिविल सर्जन ने बताया कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो विषेशकर झोपडपटिटयों /ढाणियो मे बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों व जनसंख्या नियन्त्रण के स्थाई/अस्थाई साधनों जैसे- बिना चीरा -बिना टांका पुरूष नसबन्दी, नलबन्दी, कापर-टी, गर्भ निरोधक गोलियां व निरोध आदि साधनो की विस्तृत जानकारी दो पखवाडों के माध्यम से दी जा रही है। पहले पखवाडे मे दम्पति संपर्क पखवाडा 27 जून से 10 जुलाई 2018 तक स्वास्थ्य व आशा कार्यकर्ताओ द्वारा योग्य दम्पतियो का सर्वे कर आवश्यकतानुसार परिवार कल्याण के साधनो की जानकारी व अपनाने हेतू पे्ररित कर पंजीकरण किया जा रहा है। शादी के समय लडकी की उम्र 18 वर्ष व लडके की उम्र 21 वर्ष , पहला बच्चा शादी के दो साल बाद पैदा करने व पहले और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 3 साल का अन्तर रखने बारे जानकारी दी जा रही है। दूसरा पखवाडा जनसंख्या स्थिरता /परिवार विकास मेला पखवाडा दिनांक 11 जुलाई से 24 जुलाई 2018 तक मनाया जा रहा है। जिसमे सभी स्वास्थ्य संस्थाओ / हस्पतालों /केन्द्रों मे परिवार कल्याण साधनो जैसे बिना चीरा -बिना टांका पुरूष नसबन्दी, नलबन्दी, कापर-टी, पी0पी0आई0यू0सी0डी0, गर्भ निरोधक गोलियां व निरोध आदि सुविधाएं एवं परामर्श मुफ्त प्रदान किया जा रहा है।
उप सिविल सर्जन परिवार कल्याण, डा0 रमेश कुमार ने विश्व जनसंख्या दिवस के महत्व पर जानकारी देते हुये बताया कि तेजी से बढ़ रही जनता की सभी मूलभूत आवश्यकताएं जैसे- रोटी, पानी, कपड़ा,मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा,रोजगार,परिवहन इत्यादि की पूर्ति के लिए हर साल चिंतन और मंथन करके अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम बनाये जाते हैं। लेकिन जनसंख्या की वृद्धि के कारण यह सभी सुविधाएं कम पड़ जाती हैं। अत: समय की मांग को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक नागरिक से अपने परिवार को सीमित रखने की अपील की जाती है। प्रत्येक एन0एस0वी0 करवाने वाले व्यक्ति को 2000/- दो हजार रूपये, प्रेरक को 300/- रूपये, महिला नलबन्दी करवाने पर 1400/- रू0 व प्रेरक को 200/- रू0 व प्रसव उपरान्त नलबन्दी करवाने पर 2200/- रू0 प्रोत्साहन राशि व प्रेरक को 300/- रुपए राशि दी जा रही है। अत: सभी योग्य दम्पत्यिों से अनुरोध है कि इन सेवाओं का पूरा लाभ उठाएं व अपना परिवार सीमित व खुशहाल बनाए ।