मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल में खुला हरियाणा का पहला बाल संगम केंंद्र
वीडियो देखने के लिए क्लिक करें :
वातानूकूलित वातावरण में बच्चों के लिये TV की सुविधा , बच्चे देख सकेंगे कार्टून सीरियल
यमुनानगर। सिविल अस्पताल यमुनानगर में अब मरीजों के तीमारदारों के छोटे बच्चे enjoy कर सकेंगे। दरअसल अस्पताल में बाल संगम केंंद्र शुरू किया गया है ,जो कि पूरे हरियाणा का इस तरह का पहला बाल संगम केंद्र है। मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल, यमुनानगर में आज माननीय कृष्ण ढुल मानद महासचिव, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद चण्डीगढ के कर कमलों द्वारा ”बाल संगम केन्द्र का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर श्री कृष्ण ढुल ने अस्पताल में एस.एन.सी.यू (नवजात शिशु) वार्ड का निरिक्षण किया तथा साथ ही साथ थैलेसिमीया व पीड्स वार्ड में भर्ती बच्चों को फल भी वितरित किये। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल, यमुनानगर में यह हरियाणा का पहला बाल संगम केन्द्र आरंभ किया गया है तथा जल्द ही इसी श्रंखला में हरियाणा के अन्य जिलों में भी बाल संगम की स्थापना की जायेगी। उन्होने कहा की इस बाल संगम को अस्पताल में बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि अस्पताल में ज्यादातर मरीज होते है तथा एकल परिवार के कारण लोग अपने बच्चों को साथ ही रखते है, जिससे बच्चों को संक्रमण होने का खतरा रहता है, परन्तु अब बच्चे यदि बाल संगम में रहेंगे तो मरीजों के संपर्क में भी नहीं आयेगे तथा उन्हें भी संक्रमण नहीं होगा। सिविल सर्जन, यमुनानगर डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा की सिविल अस्पतालों में इस प्रकार के क्रेच बनने से हस्पताल में कार्यरत स्टाफ को सहायता मिलेगी। जो स्टाफ पहले अपने छोटे बच्चों को कार्य समय में घर छोडने में डर लगता था, वह अब अपने बच्चों को क्रेच में रख कर अपनी ड्यूटी आराम से कर सकते हैं। मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल, यमुनानगर के चिकित्सा अधीक्षक डा विजय दहिया ने बताया कि हस्पताल में स्टाफ व मरीजों की सुविधा के लिये क्रैच (बाल संगम) बनाया गया है, जहां स्टाफ मैंबर अपने छोटे बच्चों को कार्य समय पर क्रेच में छोडकर मरीजों की सही तरीके से देखभाल कर सकेंगे, क्योंकि अब उनके बच्चों की देखभाल पास ही बने बाल-संगम में प्रषिक्षित स्टाफ की देखरेख में हो सकेगी। इसके अलावा ओपीडी में आने वाले व अस्पताल में भर्ती मरीजों के अभिभावक भी अपने बच्चों को कुछ समय के लिये अपने बच्चों को बाल-संगम में छोड सकेंगे। बाल संगम का समय गर्मीयों में 8 से 2 तथा सर्दीयों में 9 से 3 बजे तक रहेगा। यह बच्चों का संगम है, जहां बच्चे जब तक उनके माता-पिता अस्पताल में हैं खेलकूद के साथ-साथ प्रषिक्ष्ति स्टाफ की देखरेख में जीवन कौषल तथा प्रार भीक षिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे। आधुनिक सुविधाओं से यह केन्द्र सुसज्जित है, जिसमें वातानूकूलित वातावरण में बच्चों के लिये टीवी की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। डॉ. दहिया ने बताया की इस क्रैच में बच्चे लगातार स्टाफ की देखरेख में रहेंगे। क्रैच के स्टाफ में एक टीचर व एक सहायक की नियुक्ति की गई है तथा बच्चों के लिये खिलौनो व किताबों की व्यवस्था भी की गई है। जिला बाल कल्याण अधिकारी मनीषा खन्ना ने बताया कि उनकी कोशिश रहेगी की यह सूचारू रूप से लोगो के काम आये और स्टाफ भी इसका उचिल लाभ उठाये व चिंता से मुक्त अपना कार्य करती रहे। इस अवसर पर श्री राम निवास गर्ग, डॉ. श्रीमति अय्यर, डॉ. संजना दुआ, डॉ. कुलजीत सिंह, डॉ. छवी मेहता, डॉ. मीनू क बोज, डॉ. विकास अरोडा, डॉ. अष्वनी, डॉ. पारूल, डॉ. षिव कुमार, डॉ. हिमॉषु सैनी, डॉ. आकाषदीप, मामचन्द, रीतु, आरती, मंजीत कौर, संदीप, मोहित के साथ साथ अस्पताल के अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
मानद महासचिव ने बाल भवन में किडस फन पार्क व बालंकुज में स्केटिंग रिंग व कामन मैस का का किया उदघाटन
इससे पूर्व राज्य बाल कल्याण परिषद हरियाणा के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने बाल भवन में पंहुच कर यहा बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस मौके पर उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के प्रधान गिरीश अरोड़ा के साथ उन्होंने बाल भवन के प्रागण में पौधा रोपण किया। श्री कृष्ण ढुल ने कहा कि बाल भवन में जो पहले एक्टिविटी चलती थी वो अब बंद हो गई है, उन्हें लोगों के सहयोग व सरकार से अनुदान लेकर जल्दी ही फिर शुरू करवाया जाएगा। यमुनानगर बाल भवन में जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा कराटे प्रशिक्षण केन्द्र चलाया जा रहा है। जिसमें जिला के बच्चों विशेषकर लड़कियों को जूडो कराटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके उपरांत राज्य बाल कल्याण परिषद हरियाणा के मानद महा सचिव कृष्ण ढुल व उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के प्रधान गिरीश अरोड़ा ने बाल भवन परिसर में किडस फन पार्क का उदघाटन भी किया। इसके बाद छछरौली बाल कुंज में पहुच कर यहां निर्मित स्केटिंग रिंग व कामन मैस का उदघाटन भी किया और बालकुज का निरीक्षण किया। राज्य बाल कल्याण परिषद हरियाणा के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने जिला सचिवालय के सभा कक्ष में प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं की एसोसिऐशनों, अन्य ऐसोसिएशनों व समाज सेवी संस्थाओं से बातचीत की और अपील की है कि वे बाल भवन द्वारा संचालित केन्द्रों में रह रहे एवं शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों की भलाई के लिए आगे आकर तन,मन और धन से हर प्रकार सहायता करें। उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के प्रधान गिरीश अरोड़ा ने भी उपस्थित प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं की एसोसिऐशनों, अन्य ऐसोसिएशनों व समाज सेवी संस्थाओं से अनुरोध किया कि वे सभी स्कूलों से निर्धारित धन राशि एकत्रित करके बाल कल्याण परिषद के कोष में जमा करवाए ताकि बाल भवन में रह रहे एवं शिक्षा ग्रहण कर रहे गरीब परिवार के बच्चों के लिए गतिविधियों को ठीक ढंग से चलाया जा सके। इस मौके पर अंकुर महेश्वरी ने बाल भवन के कोष में 11 हजार रूपये की राशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के प्रधान गिरीश अरोड़ा, अतिरिक्त् उपायुक्त केके भादू, प्रदेश व्यापार मण्डल के सदस्य राम निवास गर्ग, सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय दहिया, जिला शिक्षा अधिकारी आनन्द चौधरी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा सतपाल कौर, जिला बाल कल्याण अधिकारी मनीषा खन्ना, लेखाकार अवतार सैनी, जिला बाल कल्याण परिषद की आजीवन सदस्या डॉ. मीनाक्षी अययर, अवतार चुघ सहित अन्य अधिकारी प्राईवेट स्कूल ऐसोसिएशन के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा स्वंय सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
जिले से जुडी अन्य सभी खबरों के लिए क्क्लि करें : http://yamunanagarhulchul.com